करौली में एक दलित लड़की की हत्या को लेकर शुक्रवार को सियासी हलचल बढ़ने पर राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस ने कहा कि इस मामले में विरोध केवल तभी उचित है यदि सरकार कार्रवाई करने में विफल रहती है। टोडाभीम क्षेत्र की रहने वाली पीड़िता का शव करौली जिले में एक कुएं से मिला था। उसका कथित तौर पर अपहरण किया गया, उससे बलात्कार किया गया और हत्या से पहले तेजाब से उस पर हमला किया गया। कांग्रेस की राज्य इकाई के महासचिव आर सी चौधरी ने कहा, ‘‘विपक्ष मामले का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रहा है।’’ उन्होंने कहा कि इस मामले में विरोध तभी उचित है यदि सरकार कार्रवाई करने में विफल रहती है। चौधरी ने कहा, राजस्थान में कानून का राज है। दोषियों को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और कानून के अनुसार सजा दी जाएगी।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) के कार्यकर्ताओं ने हत्या की घटना को लेकर शुक्रवार को यहां विधानसभा के समीप आईबीएस अस्पताल के पास विरोध प्रदर्शन किया और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एसपी) (दक्षिण) भरतलाल मीणा ने बताया कि जब प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल के पास अवरोधक को पार करने और विधानसभा की ओर जाने की कोशिश की तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। मीणा ने बताया कि पुलिस के साथ टकराव के दौरान मामूली रूप से घायल हुए कुछ कार्यकर्ताओं को अस्पताल ले जाया गया। पुलिस ने बताया कि विधानसभा के आसपास के क्षेत्र में आपराधिक प्रक्रिया संहिता की धारा 144 लागू है।
एबीवीपी के राष्ट्रीय सचिव होशियार मीणा ने कहा कि कार्यकर्ता अपना आंदोलन जारी रखेंगे। भाजपा के राज्यसभा सदस्य किरोड़ी लाल मीणा और उनकी पार्टी के अन्य नेता पीड़ित परिवार के सदस्यों के साथ करौली के अस्पताल के बाहर बृहस्पतिवार रात से धरने पर बैठे हैं। वे दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई किए जाने और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं। युवती की हत्या को लेकर विपक्षी भाजपा ने शुक्रवार को राजस्थान विधानसभा में हंगामा किया और सरकार से बयान देने की मांग की।