Delhi Floods से बचाव के लिए अब Navy और Airforce की मदद पड़ रही लेनी, बारिश का भी येलो अलर्ट

Delhi Floods से बचाव के लिए अब Navy और Airforce की मदद पड़ रही लेनी, बारिश का भी येलो अलर्ट

बाढ़ के कारण दिल्ली में हर तरफ पानी ही पानी है। सुप्रीम कोर्ट के कैंपस से लेकर लाल किला, कश्मीरी गेट तक सब कुछ पानी में डूबा हुआ है। राजघाट और किसान घाट में जलस्तर पहले से कम हुआ है। मगर जलजमाव से अब तक राहत नहीं मिली है। बाढ़ की स्थिति को देखते हुए एनडीआरएफ की टीमें रेस्क्यू करने में जुटी हुई है।

वहीं माना जा रहा है कि बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए अब नेवी और एयरफोर्स की मदद ली जाएगी। भारतीय सेना पहले से ही बैराज के गेट खोलने में जुटी हुई है। बैराज के चार गेट खुलने अभी बाकी है। दिल्ली में बाढ़ के मद्देनजर मुंबई से वेस्टर्न नेवल कमांड की टीम भी बुलाई गई है। ये टीम नेवी की है जिसमें डाइवर्स, वेल्डिंग और कटिंग एक्सपर्ट शामिल है। इस मिशन में एयरफोर्स की मदद भी ली जा रही है। मौसम विभाग ने आज यानी 15 जुलाई को हल्की बारिश की संभावना जताई है। दिल्ली में थोड़ी सी भी बारिश बड़ी परेशानी खड़ा कर सकती है।


शनिवार को घटना शुरू हुई जलस्तर

दिल्ली में उफान पर बह रही यमुना नदी में शनिवार सुबह जल स्तर घटना शुरू हुआ लेकिन यह प्रति घंटे कुछ सेंटीमीटर की गति से ही कम हो रहा है। बहरहाल, यमुना अब भी खतरे के निशान 205.33 से दो मीटर अधिक पर बह रही है। अगर राष्ट्रीय राजधानी तथा ऊपरी जलग्रहण क्षेत्रों में और बारिश होने का पूर्वानुमान सच साबित होता है तो हालात बिगड़ सकते हैं। केंद्रीय जल आयोग के बाढ़ निगरानी पोर्टल के अनुसार, यमुना का जल स्तर शनिवार सुबह सात बजे घटकर 207.62 मीटर पर आ गया।

बृहस्पतिवार रात आठ बजे यह 208.66 मीटर पर था। पिछले दो दिन में हरियाणा के यमुनानगर में हथिनीकुंड बैराज से जल प्रवाह में कमी आने के कारण यमुना में जल स्तर में और गिरावट आने की संभावना है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने अगले दो दिन तक शहर में मध्यम बारिश होने तथा अगले पांच दिन उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश और उत्तर प्रदेश में ‘‘भारी से बहुत भारी बारिश’’ होने का अनुमान जताया है जिससे नदी में जल स्तर बढ़ने का खतरा बढ़ गया है।

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर दिल्ली में और बारिश होती है तो जलभराव हो सकता है तथा पानी की निकासी में सामान्य से अधिक वक्त लग सकता है। शुक्रवार को यमुना के उफान पर बहने तथा नालों के पानी के विपरीत दिशा से अवांछित प्रवाह के कारण उच्चतम न्यायालय, राजघाट तथा आईटीओ चौक जैसे प्रमुख स्थान जलमग्न हो गए थे। दिल्ली एक सप्ताह से जलभराव और बाढ़ का सामना कर रही है जिससे जनजीवन पर काफी असर पड़ा है।

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