महाराष्ट्र के राजनीतिक घटनाक्रम ने पूरे देश में एक नई चर्चा छेड़ दी है। महाराष्ट्र में जो कुछ भी हुआ उसका असर उत्तर प्रदेश और बिहार में भी हो सकता है। इन दोनों ही राज्यों की राजनीति भी तेज हो गई है। इन सबके बीच ओमप्रकाश राजभर ने बड़ा दावा किया है। सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने दावा किया कि समाजवादी पार्टी के कई विधायक और सांसद हमारे और भाजपा के संपर्क में हैं। उन्होंने यह भी कहा कि कई इनमें से अखिलेश यादव के रवैये से नाराज चल रहे हैं। 2022 का विधानसभा चुनाव अखिलेश यादव के साथ लड़ने वाले राजभर अब उन पर जबरदस्त तरीके से हमलावर रहते हैं।
जभर का दावा
सुभासपा प्रमुख ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि महाराष्ट्र ही नहीं उत्तर प्रदेश में भी बड़ी हेरफेर होने वाली है। समाजवादी के कई विधायक और सांसद दल छोड़कर कुछ सरकार के विस्तार में शामिल होना चाहते हैं, कुछ हैं जो लोकसभा का टिकट चाहते हैं वे दिल्ली तक अपना जुगाड़ बिठा रहे हैं। वे अखिलेश यादव के रवैये से नाराज़ हैं। उन्होंने कहा कि इसी लखनऊ में मुस्लिम चार खेमें में बट गए हैं, अब मुसलमान भाजपा को भी वोट दे रहे हैं, मायावती के भी साथ हैं। आप जब नौकरी बांटेगे तब मुस्लिम को नहीं देंगे। इस बात को लेकर हर वर्ग नाराज़ है। कांग्रेस भी चाह रही है कि मायावती को मोर्चे में लिया जाए।
बिहार में चर्चा
पिछले तीन-चार दिनों की घटनाओं का विश्लेषण करें तो कई राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण घटनाएं घटी हैं, जो संकेत दे रही हैं कि बिहार में भी महाराष्ट्र जैसा राजनीतिक संकट हो सकता है। अटकलें लगाई जा रही हैं कि नीतीश कुमार एक बार फिर एनडीए में वापसी कर सकते हैं। गौरतलब है कि नीतीश कुमार ने पिछले साल अगस्त में बीजेपी के साथ गठबंधन तोड़ लिया था और महागठबंधन से हाथ मिला लिया था। नीतीश कुमार की अपनी पार्टी के विधायकों के साथ आमने-सामने की बैठक ने भी सबका ध्यान खींचा है और उनके अगले कदम पर सस्पेंस बरकरार रखा है। नीतीश कुमार ऐसा जल्दी करते नहीं हैं। दावा किया जा रहा है कि जदयू के सांसद और विधायक नीतीश के महागठबंधन में जाने से नाराज हैं। जब अमित शाह ने लखीसराय का दौरा किया, तो नीतीश कुमार ने शाह के दौरे से दो दिन पहले अपने सभी विधायकों के साथ एक-एक बैठक करना शुरू कर दिया।