आम आदमी पार्टी (आप) ने प्रगति मैदान सुरंग में दिनदहाड़े लूट की घटना के बाद राष्ट्रीय राजधानी में कानून एवं व्यवस्था की स्थिति को लेकर दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना पर सोमवार को निशाना साधा। दिल्ली के कैबिनेट मंत्री और ‘आप’ के वरिष्ठ नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा कि उपराज्यपाल को संविधान में कानून एवं व्यवस्था, पुलिस और भूमि के मामलों में शक्ति दी गयी है ‘‘लेकिन इन विषयों के अलावा उनकी अन्य हर क्षेत्र में दिलचस्पी है।’’ उन्होंने दावा किया कि राष्ट्रीय राजधानी में अपराधियों के मन में कानून का कोई भय नहीं है। भारद्वाज ने कहा, ‘‘दिल्ली आने वाले कुछ दिनों में जी-20 शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगी। वह आए दिन अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम की मेजबानी करती है - चाहे व्यापार मेला हो या प्रदर्शनियां। ऐसे हाई-प्रोफाइल वीआईपी इलाके में हथियार के बल पर लूट की घटना यह दिखाती है कि अपराधियों को कानून का कोई भय नहीं है।
सवाल यह नहीं है कि पुलिस वहां नहीं थी। पुलिस के लिए हर जगह होना संभव नहीं है। कानून का डर तो होना चाहिए।’’ आप नेता ने हाल की अपराध की कई घटनाओं का हवाला देते हुए यह दावा करते हुए यह दावा किया कि आम आदमी का पुलिस से भरोसा उठ गया है। उन्होंने कहा, ‘‘लोग किसी भी आपराधिक वारदात में बीच-बचाव करने से डरते हैं, क्योंकि उन्हें डर होता है कि मामले में उन्हें फंसा दिया जाएगा।’’ उन्होंने दावा किया कि दिल्ली पुलिस के ‘‘सभी अच्छे अधिकारी राजनीतिक षड्यंत्रों’’ की जांच में लगा दिए गए हैं। उन्होंने कहा, ‘‘और फिर उनमें से कुछ को वीआईपी बंदोबस्त के लिए रखा जाता है। पुलिस वीआईपी बंदोबस्त के लिए है या आम आदमी के लिए? वीआईपी बंदोबस्त के लिए एक अलग बल का गठन किया जा सकता है।’’ उन्होंने उपराज्यपाल से पुलिस थानों का औचक निरीक्षण करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि उपराज्यपाल दिल्ली के लोगों के प्रति जवाबदेह हैं।
भारद्वाज ने कहा, ‘‘आप दिल्ली जल बोर्ड के पानी के पंपों का औचक निरीक्षण करते हैं, लेकिन आपके पास पुलिस थानों का निरीक्षण करने का वक्त नहीं है। पुलिस थानों का भी औचक निरीक्षण करिए और प्रेस विज्ञप्तियां भी जारी करिए।’’ उन्होंने आठ साल पहले ‘‘बिना किसी वजह’’ के भंग की गयी थाना स्तरीय समितियों को फिर से शुरू करने की भी मांग की। ‘आप’ नेता ने कहा, ‘‘इनमें स्थानीय विधायक, इलाकों के थाना प्रभारी, नागरिक संस्थाओं के सदस्य होते थे और वे कानून एवं व्यवस्था की स्थिति पर चर्चा करने के लिए हर महीने बैठक करते थे। इन्हें फिर से शुरू किया जाए। पुलिस थाने 35 प्रतिशत से 40 प्रतिशत की क्षमता के साथ काम कर रहे हैं।’’ गौरतलब है कि पुलिस के मुताबिक, शनिवार को प्रगति मैदान अंडरपास के अंदर चार अज्ञात लोगों ने एक डिलीवरी एजेंट और उसके सहयोगी से कथित तौर उस समय पर दो लाख रुपये की नकदी लूट ली थी, जब वे उक्त रकम को पहुंचाने के लिए कैब से गुरुग्राम जा रहे थे।