नई दिल्ली: पूर्व सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग ने हाल ही में उन्हें लेकर लगाई जा रही उन अटकलों को सिरे से खारिज कर दिया कि उन्हें बीसीसीआई की तरफ से टीम इंडिया की सेलेक्शन कमेटी का चीफ बनाने का कोई प्रस्ताव मिला है. सहवाग ने टाइम्स ऑफ इंडिया को इस बात की पुष्टि की है. सहवाग ने बताया है कि उन्हें बीसीसीआई की तरफ से चीफ सेलेक्टर पद का ऑफर देने वाली बात सही नहीं है. बोर्ड की तरफ से ऐसा कुछ नहीं हुआ था.
बता दें कि 4 महीने पहले चेतन शर्मा को एक स्टिंग ऑपरेशन में टीम इंडिया से जुड़ी बातें सार्वजनिक करने के बाद चीफ सेलेक्टर की कुर्सी से हाथ धोना पड़ा था. इसके बाद से ही ये पद खाली है और तब से शिव सुंदर दास अंतरिम चीफ सेलेक्टर के तौर पर काम कर रहे हैं. उनके अलावा एस शरथ (साउथ जोन), सुब्रतो बनर्जी(सेंट्रल जोन) और सलिल अंकोला (वेस्ट जोन) भी सेलेक्शन कमेटी में शामिल हैं.
बीसीसीआई ने हाल ही में सेलेक्टर पद के लिए आवेदन मांगे हैं और एक बड़ा नाम, जो इस स्थान के दावेदार के रूप में उभरा, वो वीरेंद्र सहवाग थे. ऐसी मीडिया रिपोर्ट्स थी कि बीसीसीआई ने सहवाग से संपर्क किया है. लेकिन, अब इस पूर्व सलामी बल्लेबाज ने भारतीय क्रिकेट बोर्ड की तरफ से ऐसे किसी ऑफर के मिलने की बात को खारिज कर दिया है.
बीसीसीआई ने एक दिन पहले ही से सेलेक्शन कमेटी के एक खाली पद के लिए विज्ञापन निकाला है. चयनित उम्मीदवार के नए चीफ सेलेक्टर होने की संभावना है. इस पद के लिए वही पूर्व खिलाड़ी आवेदन कर सकता है, जिसने 7 टेस्ट या 10 वनडे या कम से कम 30 फर्स्ट क्लास मैच खेलें हो. इसके अलावा सक्रिय क्रिकेट से संन्यास लिए कम से कम 5 साल का वक्त हो चुका हो. आवेदन करने की अंतिम तारीख 30 जून है.
सीनियर चयन समिति के अध्यक्ष को 1 करोड़ रूपये सालाना मिलते हैं जबकि 4 अन्य सदस्यों को 90 लाख रूपये सालाना दिए जाते हैं. सहवाग पहले ही कॉमेंट्री और क्रिकेट एक्सपर्ट के रूप में इससे अधिक पैसा कमाते हैं. ऐसे में वो शायद ही इस पद के लिए राजी हों.