जयपुर के मंत्री-विधायकों के बीच लड़ाई से विकास नहीं होने के यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल के बयान पर सियासी विवाद हो गया है। खाद्य मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने धारीवाल पर पलटवार करते हुए उन पर झूठे बयान देने और जयपुर के विकास को रोकने तक के आरोप लगाए हैं।
खाचरियावास ने कहा- उनकी आदत है झूठे बयान देना, झूठे बयान देकर माहौल बनाने की कोशिश करना। जयपुर विकास में बहुत पीछे नहीं है। जयपुर विकास में नंबर वन है। धारीवाल ने पूरा दम लगाया कि कोटा में ही विकास करूं, जयपुर में विकास ही नहीं करूं। जयपुर के तीन मंत्री और छह विधायकों में दम है। यही कारण है कि जयपुर में मेट्रो, टनल, पुलिया, अंडरपास आए। जयपुर में बीसलपुर का पानी लाए। यह किसी एक मंत्री की मेहरबानी से नहीं हुआ है। यह सरकार में ताकत है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के नेतृत्व में हर एमएलए/मिनिस्टर को बराबर के अधिकार हैं। खाचरियावास जयपुर में मीडिया से बातचीत कर रहे थे।
खाचरियावास ने कहा- धारीवाल को पार्टी ने बहुत कुछ दिया है। धारीवाल को ऐसे बयान नहीं देने चाहिए जो पार्टी के विरोध में जाते हों। सरकार के विरोध में जाते हैं। धारीवाल क्या करते हैं, वे हमेशा पत्थर फेंकते हैं। जब आप पत्थर फेंकोगे तो आप मानकर चलिए छींटे उछलेंगे। आपको बेवजह के बयान से बचना चाहिए। यह सही नहीं है। इतने वरिष्ठ मंत्री को शोभा नहीं देता।
धारीवाल कोटा में साथी विधायकों से खुद लड़ते रहते हैं
खाचरियावास ने कहा- वे कैसे कह सकते हैं, जयपुर के छह एमएलए और मंत्री लड़ते रहते हैं। धारीवाल जी की खुद के कोटा में विधायक रामनारायण मीणा, भरत सिंह कुंदनपुर से बात ही नहीं होती। वे तो कोटा में खुद लड़ते रहते हैं। हमारे यहां जयपुर में विधायक-मंत्री साथ बैठते हैं। जयपुर के दाे टुकड़े करने पर जिलाध्यक्ष के तौर पर जब मैंने स्टैंड लिया तो सबने साथ दिया। एक भी मंत्री-विधायक ने मेरे स्टैंड का विरोध नहीं किया। जयपुर में कोई टकराव नहीं है। हम सब जयपुर के मंत्री और विधायक एक हैं। साथ बैठकर चर्चा करते हैं।
धारीवाल जो सर्टिफिकेट बांटते घूम रहे हैं, अच्छा नहीं लगता
खाचरियावास ने कहा- जयपुर के मंत्री-विधायकों को लेकर धारीवाल जो सर्टिफिकेट बांटते घूम रहे हैं, उनको अच्छा नहीं लगता। मैं तो कहता हूं वे पूरे राजस्थान के मंत्री हैं। वे यह बता दें जयपुर को स्पेशल मदद कब की। जिस दिन जयपुर की स्पेशल मदद बता देंगे, मैं मान जाऊंगा। धारीवाल को पार्टी ने बहुत कुछ दिया है। उनका बयान पार्टी के हित में आना चाहिए। जब केसी वेणुगाेपाल, प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा बैठे हैं, तब उनका यह बयान आना गलत है।
सामने दीवार कितने खड़ी करते रहो, दीवार तोड़कर के भी जनता काम करवाएंगे।
खाचरियावास ने कहा- प्रभारी मंत्री के नाते धारीवाल ने एक भी मीटिंग नहीं ली। यह तो सच है। मुझे सच बोलने की आदत है, लेकिन जयपुर में काम हुए हैं। धारीवाल को जयपुर के काम का पता ही नहीं है। उनके पास डिपार्टमेंट है, इसका मतलब यह नहीं होता कि वह चाहे जैसे कर लेंगे। हमें काम कराना आता है। राजनीति में आए हैं तो काम करवाना आता है। सामने दीवार कितने खड़ी करते रहो। दीवार तोड़कर के भी जनता के काम करवाएंगे। जनता का काम करवाना हमें आता है। यही कारण है कि जयपुर आज भी राजस्थान की नंबर वन सिटी है। जयपुर का डेवलपमेंट देखते ही बनता है। जयपुर के काम में कोई कमी नहीं है।
धारीवाल ने कहा था- जयपुर पिछड़ रहा है, मंत्री-विधायकों में विवाद से काम अटक जाते हैं
यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल ने गुरुवार को उदयपुर में कहा था कि जयपुर बहुत बड़ा शहर है, लेकिन पिछड़ रहा है। प्रदेश में स्मार्ट सिटी में चार शहर कोटा, अजमेर, जयपुर और उदयपुर लिए गए हैं। सबसे ज्यादा पिछड़ा हुआ काम जयपुर का है। मैं वहीं का हूं, लेकिन मैं कुछ नहीं कर सका। तीन-तीन मंत्री, छह-छह विधायक हैं। यही सबसे बड़ी प्रॉब्लम है। अगर न मंत्री होते, न विधायक होते तो काम समय पर पूरे हो जाते।
उन मंत्री-विधायकों के आपसी विवाद जो पैदा हो जाते हैं, इसलिए काम अटक जाते हैं। वो कहता है कि यह योजना लाओ, इसको बदलो, इसको करो, उसी में मामला उलझता जाता है।