बिपरजॉय तूफान से प्रभावित इलाकों का दौरा करने के लिए उप प्रतिपक्ष नेता और पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया बाड़मेर एक दिवसीय दौर पर है। सतीश पूनिया ने मीडिया बातचीत में सीएम अशोक गहलोत के हिंदुत्व के बयान का पलटवार करते हुए कहा कि तुष्टिकरण, धर्म निरपेक्षता के नाम पर संघ और बीजेपी को कलंकित कर रहे हैं, राजस्थान की जनता से अच्छे से समझती है।
वहीं बीकानेर खाजुवाला दलित रेप व मर्डर पर प्रतिक्रिया देते हुए कि इतिहास की सबसे कानून व्यवस्था की नजर में सबसे कमजोर सरकार अशोक गहलोत की है। पुलिस थानों पर लिखी पंच लाइन को बदल देना चाहिए। पूनिया ने कहा कि आमजन में भय और अपराधियों में विश्वास यह पंच लाइन सरकार पर सार्थक हो रही है।
दरअसल, बिपरजॉय तूफानी बरसात में चौहटन, सेड़वा, धनाऊ और धोरीमन्ना इलाके में बाढ़ जैसे हालात बन गए थे। लोगों को शिफ्ट भी किया गया था। मंगलवार को सीएम अशोक गहलोत ने हवाई सर्वे कर लोगों से मुलाकात की थी। इसके बाद सियासी बयानबाजी का दौर शुरू हो गया। अब बीजेपी के उपप्रतिपक्ष नेता एवं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया भी इन इलाकों का सर्वे कर हालातों का जायजा ले रहे हैं।
सतीश पूनिया ने आरोप लगाते हुए कहा कि तूफान से पहले सावधानी के तौर पर कोई बंदोबस्त नहीं किया है। तूफान को लेकर राजस्थान की सरकार पूरी तरह फेल रही है। वहीं मीडिया से बातचीत में सीएम अशोक गहलोत के बयानों पर पलटवार किया।
पूनिया ने कहा- तुष्टिकरण और धर्म निरपेक्षता के नाम पर संघ और बीजेपी को कंलकित कर रहे
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के हिंदुंत्व के बयान पर उप प्रतिपक्ष नेता एवं पूर्व प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया ने पलटवार करते हुए कहा कि इस बयान में कोई दम नही है लेकिन अशोक गहलोत को यह जवाव देना पड़ेगा कि राजस्थान में तुष्टिकरण की पराकाष्ठा क्यूं है, कन्हैयाला की गर्दन क्यूं कटी, रामनवमी के जुलूस पर प्रतिबंध क्यूं लगा। हिंदू नवर्ष पर धारा 144 क्यूं लगी। करौली, जोधपुर की घटनाओं का जिम्मेदार कौन है। इसलिए केवल तुष्टिकरण और धर्म निरपेक्षता के नाम पर संघ और बीजेपी को कलंकित करना यह सियासत राजस्थान की जनता अच्छे से समझती है और अशोक के ट्रेप में नहीं आएगी।
दलित रेप पर सतीश पूनिया ने कहा- इतिहास की सबसे कानून व्यवस्था की नजर में कमजोर सरकार
पूनिया ने कहा- खाजुवाला में दलित रेप व मर्डर को इतिहास की सबसे कानून व्यवस्था की नजर से सबसे कमजोर सरकार कोई है तो अशोक गहलोत की सरकार है। दुर्भाग्य से कांग्रेस प्रदेश में ऐसा कोई काबिल व्यक्ति नहीं है कि राजस्थान का गृह मंत्री होता है। आज भी अशोक गहलोत के पास है। उनको लोगों की अस्मत और जिंदगी की सुरक्षा से पहले अपनी कुर्सी की फिक्र है। मुख्यमंत्री क्या इस बात का जवाब देगे की नेशनल क्राइम ब्यूरो का आंकड़ा कहता है 6 हजार रेप व मर्डर हर साल हो रही है। 9 लाख से ऊपर मुकदमें दर्ज क्यों हुए ? इसका जवाब क्या अशोक गहलोत के पास है।
सतीश पूनिया ने कहा- थानों पर लिखी पंज को लाइन को बदल देना चाहिए
पूनिया ने कहा कि खाजूवाला की जो घटना हुई है वो इसलिए हुई है लोगों और अपराधियों में कानून का भय खत्म हो गया। पुलिस का भय खत्म हो गया। पुलिसिंग कमजोर हो गई है। इसके कारण अपराधियों के हौसले बुलंद है। पुलिस थाने के बाहर लिखी पंच लाइन को बदल को दिया जाए। अपराधियों में भय और आमजन में विश्वास मुझे लगता है कि आमजन में भय और अपराधियों में विश्वास। यह पंच लाइन सरकार पर सार्थक होती है।
पूनिया ने कहा- फास्ट ट्रैक में मुकदमे चलाकर आरोपियों को फांसी दिलाए
पूनिया ने कहा कि रेप करने वाले मुख्य आरोपी की थानेदार और थाने में फोटू है। बाकी कुछ बचता भी नहीं है। इसलिए इसमें जो भी दोषी है उसके खिलाफ कार्रवाई हो, इस तरीके का अपराध फिर से नहीं हो। फास्ट ट्रैक में मुकदमें चले और फांसी हो। जो भी दोषी से वह बचना नहीं चाहिए। सरकार को किसी नतीजे पर पहुंचकर इस तरीके की घटनाओं की पुनरावृति नहीं हो इसके लिए रोकने का काम करना चाहिए।
जयपुर प्रदर्शन के सवाल पर कहा कि मेरा पहले से यूपी में प्रोग्राम तय था
बीजेपी एकजुटता के सवाल पर पूनिया ने कहा कि बीजेपी पूरी तरीके से एकजुट है। यह फिक्र तो कांग्रेस को होनी चाहिए। जिनका झगड़ा जयपुर से लेकर बाड़मेर डिवाइडेड रूप में दिखाई दे रहा है। बीजेपी संसदीय दल से बंधी है और हमारा आलाकमान भी उतना ही मजबूत है। वो जो निर्देश देगा सब लोग मिलकर पालना करेंगे। जयपुर में प्रदर्शन में सतीश पूनिया और वसुंधरा के शामिल नहीं होने के सवाल पर पूनिया ने कहा कि मेरे यूपी में पहले से तय कार्यक्रम थे। वसुधरा राजे भी प्रोग्राम में थे। बीजेपी कार्यकर्ता से लेकर नेता सभी एकजुट है।
पूनिया ने कहा किरोड़ी मीणा के आरोपों की सरकार को जांच करवाना चाहिए
सांसद किरोडी लाल मीणा के सरकार के आरोपों पर पूनिया ने कहा कि मीणा जो सरकार पर भ्रष्टाचार के आरोप लगा रहे है। उस पर सरकार को निष्पक्षता से जांच करवानी चाहिए। ताकि लोगों को भरोसा हो जाए कि अशोक गहलोत ने जीरो ट्रायलेंस की बात थी। लेकिन सबूत तो वहां के अध्यापकों ने दिए थे हमे काम करने के लिए रिश्वत देनी पड़ती है। राजस्थान के 78 प्रतिशत लोगों का मानना है कि उनको काम के लिए रिश्वत देनी पड़ती है। आज राजस्थान पूरे देश का भ्रष्ट राज्य है। यह मैं नहीं कह रहा हूं, ट्रांसफेरसी और करप्शन ऑफ इंडिया की रिपोर्ट कह रही है।