WTC Final: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से हुई करारी हार के बाद कप्तान रोहित शर्मा आलोचनाओं के घेरे में हैं. 36 वर्ष के रोहित को कप्तानी से हटाने और भविष्य को ध्यान में रखते हुए किसी युवा प्लेयर को कमान सौंपने की मांग उठने लगी है. युवा कप्तान के तौर पर शुभमन गिल, ऋषभ पंत, श्रेयस अय्यर और जसप्रीत बुमराह के नाम प्रमुखता से लिए जा रहे हैं. पंत और बुमराह इस समय इंजुरी के चलते टीम से बाहर हैं. कप्तानी में बदलाव को लेकर चल रही इन चर्चाओं के बीच पूर्व सिलेक्टर भूपिंदर सिंह सीनियर ने गिल को कप्तान बनाए जाने को लेकर किसी भी तरह की जल्दबाजी दिखाने के पक्ष में नहीं हैं. उन्होंने फिलहाल गिल को कप्तान बनाने के खिलाफ राय दी है.
भूपिंदर सिंह सीनियर का मानना है कि कप्तानी के रोल में गिल को अभी देखना बेहद जल्दबाजी होगी. वे भारत के लिए अगली बैटिंग सनसनी बनने जा रहे हैं और उन्हें आला बैट्समैन के तौर पर खुद को स्थापित करने का मौका देना चाहिए
तेज गेंदबाज की हैसियत से भारतीय टीम के लिए खेल चुके भूपिंदर सीनियर ने हिंदुस्तान टाइम्स से बातचीत में कहा, मैं इस समय उसके लिए जल्दबाजी नहीं करूंगा क्योंकि हम उसे देश के अगले दिग्गज बल्लेबाज के रूप में देखना चाहते हैं. अगर चीजें ठीक रहती हैं जैसा कि मुझे विश्वास है कि यह रहेंगी तो उसमें (गिल) देश की अगली बल्लेबाजी सनसनी बनने की क्षमता है.
भूपी ने कहा कि 23 वर्षीय शुभमन गिल के पास दिग्गज बल्लेबाज के तौर पर पहचान बनाने के लिए जरूरी गेम,आभामंडल और व्यक्तित्व है.बाद में हम उसे बेहतरीन कप्तान के तौर पर विकसित होते हुए भी देख सकते हैं. उन्होंने कहा कि कप्तानी की जिम्मेदारी सौंपे जाने से पहले गिल को पवहले टीम में अपनी जगह पक्की करनी चाहिए
भूपिंदर सिंह सीनियर ने कहा, सबसे पहले जो उसे करना चाहिए वह यह कि आप उसे जिस भी फॉर्मेट में चुन रहे हो, उसे उस फॉर्मेट में अपनी जगह पक्की करनी चाहिए. आप इस बात को लेकर श्योर हैं कि वे अगले कुछ सालों तक टीम के लिए बोझ साबित नहीं होंगे. कप्तान ऐसा होना चाहिए तो टीम में अपना प्रभाव छोड़ सके
शुभमन गिल ने अब तक 16 टेस्ट, 24 वनडे और 6 टी20 में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्व किया है. टेस्ट क्रिकेट में 32.89 के औसत से 921 रन (दो शतक), वनडे में 65.55 के औसत से 1311 रन (चार शतक, सर्वोच्च स्कोर 208 रन) और टी20 में 40.40 के औसत 202 रन (एक शतक) उनके नाम दर्ज हैं. वे देश के उन चुनिंदा प्लेयर्स में हैं जिन्होंने क्रिकेट के तीनों फॉर्मेट में शतक जमाया है