रामायण मनोरंजन के लिए नहीं है बल्कि हमारे संस्कार हैं, आदिपुरुष पर रामायण की सीता दीपिका चिखलिया का बयान

रामायण मनोरंजन के लिए नहीं है बल्कि हमारे संस्कार हैं, आदिपुरुष पर रामायण की सीता दीपिका चिखलिया का बयान

Dipika Chikhlia In Ramayan: रामानंद सागर की रामायण में सीता का रोल प्ले करके दिलों में बस जाने वाली दीपिका चिखलिया ने अब ओम राउत की फिल्म आदिपुरुष को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. हाल ही में दिए गए एक इंटरव्यू में दीपिका चिखलिया ने प्रभास और कृति सेनन की फिल्म आदिपुरुष के बारे में कहा कि हिंदू महाकाव्य से अगर कोई किसी तरह की छेड़खानी करता है तो उसे आलोचनाओं का सामना करना पड़ेगा.

दीपिका ने तो यहां तक कह दिया कि हिंदू महाकाव्य मनोरंजन के लिए नहीं है. फिल्म और सीरियल बनाने वालों को हर कुछ सालों में इन पर एक नया सीरियल या फिल्म बनाने से बचना चाहिए. एक्ट्रेस ने भले ही आदिपुरुष नहीं देखी है, लेकिन फिल्म को मिल रही आलोचना के बाद उनकी ये प्रतिक्रिया सामने आई है.

रामायण में सीता का किरदार निभाने वाली दीपिका चिखलिया ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को दिए इंटरव्यू में कहा, ‘ हर साल टीवी और फिल्मों में रामायण की कहानी को दिखाया जाता है, लेकिन इनमें कुछ न कुछ ऐसा दिखा देते हैं जिससे लोगों की भावना आहत होती हैं, क्योंकि आप हमारे जैसी रामायण नहीं बना सकते.’

एक्ट्रेस ने आगे कहा कि ‘मुझे तो इससे ज्यादा ये खराब लगता है कि हर 1-2 साल में रामायण क्यों बनाई जाती है ये कोई एंटरटेनमेंट नहीं है, बल्कि ये हमारे संस्कार हैं. ये ऐसा महाकाव्य है जिसे आप पीढ़ी दर पीढ़ी आगे बढ़ाते हैं.’

हालांकि दीपिका चिखलिया ने ये भी साफ कर दिया कि उन्होंने अभी तक आदिपुरुष नहीं देखी है. उन्होंने ये सिर्फ फिल्म को लेकर हो रही आलोचना के आधार पर कहा है. एक्ट्रेस का कहना है कि जब वो फिल्म देख लेंगी तो इस मामले पर ज्यादा अच्छी तरह अपनी राय रख पाएंगी.

रामानंद सागर की रामायण के बात करते हुए दीपिका चिखलिया ने कहा कि, 1987 में दूरदर्शन पर जो रामायण दिखाई गई थी उसका उद्देश्य कभी भी पैसा कमाना नहीं था. लोगों को ये समझने की जरूरत है कि रामायण वह चीज है जिसकी आप पूजा करते हैं, आप भगवान राम और हनुमान की पूजा करते हैं

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