नई दिल्ली: वर्ष 1990 के पहले वेस्टइंडीज टीम को हराना विश्व क्रिकेट की सभी टीमों के लिए ‘एवरेस्ट पर चढ़ाई जितना’ मुश्किल हुआ करता था.मुकाबले अगर कैरेबियन द्वीप पर होते थे तो मुसीबत दोगुनी हो जाती थी जहां तेज गेंदबाजी के ज्यादातर मददगार विकेटों पर इंडीज पेस चौकड़ी, विपक्षी बल्लेबाजों पर कहर बनकर बरसती थी. वर्ल्डकप-1983 के ठीक पहले भारतीय टीम ने पांच टेस्ट और तीन वनडे मैचों की सीरीज खेलने फरवरी 1983 से वेस्टइंडीज का दौरा किया था. यहां टेस्ट (0-2) और वनडे सीरीज (1-2) दोनों में हालांकि टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था लेकिन कपिल देव की कप्तानी वाली टीम ने जिस तरह से इंडीज टीम को उसके मैदान पर संघर्ष के लिए विवश किया था, उसकी हर किसी ने तारीफ की थी. इस सीरीज के अच्छे प्रदर्शन ने भारतीय प्लेयर्स में वर्ल्डकप 1983 में अच्छा प्रदर्शन करने का विश्वास भरा था.
उस समय की वेस्टइंडीज टीम स्टार प्लेयर्स से भरी हुई थी. गॉर्डन ग्रीनिज, डेसमेंड हेंस, विव रिचर्ड्स, क्लाइव लॉयड और लैरी गोम्स जैसे बैटर जहां विपक्षी गेंदबाजों के लिए काल थे तो माइकल होल्डिंग, एंडी रॉबर्ट्स, जोएल गॉर्नर व मैल्कम मार्शल जैस बॉलर प्रतिद्वंद्वी टीम के बैटरों के.
बहरहाल, 1983 की इस टेस्ट सीरीज में कपिल देव की टीम ने इंडीज के सक्षम जूझने का जबर्दस्त माद्दा दिखाया था. पहले टेस्ट में काफी संघर्ष के बाद इसने इंडीज को चार विकेट से ही जीतने दिया. दूसरा और तीसरा टेस्ट ड्रॉ रहा जबकि चौथे टेस्ट में इंडीज ने 10 विकेट से जीत हासिल की.सीरीज के अंतिम टेस्ट को ड्रॉ करते हुए टीम इंडिया ने एक हद तक दौरे का सम्मान के साथ समापन किया था. वनडे सीरीज के पहले और तीसरे मैच इंडीज के नाम रहे थे जबकि दूसरे में भारतीय टीम जीती थी.
पांच टेस्ट में बनाए थे 598 रन
भारतीय टीम के लिए मोहिंदर अमरनाथ (Mohinder Amarnath) ने इस टेस्ट सीरीज में जबर्दस्त प्रदर्शन करते हुए पांच टेस्ट की 9 पारियों में 66.44 के औसत से 598 रन बनाए थे जिसमें दो शतक और चार अर्धशतक थे. ‘जिमी’दोनों टीमों की ओर से सर्वाधिक रन बनाने वाले बैटर थे. इस दौरान उन्होंने इंडीज के तेज गेंदबाजों के खिलाफ न सिर्फ डटकर खेलने का जज्बा दिखाया था बल्कि उनके बाउंसर का ‘हुक’ लगाकर जवाब भी दिया था. सीरीज में मोहिंदर के शानदार प्रदर्शन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उनके बाद भारत के दूसरे नंबर के बैटर दिलीप वेंगसरकर थे जिन्होंने 279 रन बनाए थे.
टेस्ट सीरीज में मोहिंदर अमरनाथ के स्कोर इस प्रकार रहे थे..
पहला टेस्ट (किंगस्टन): 29 और 40
दूसरा टेस्ट (पोर्ट ऑफ स्पेन): 58 और 117
तीसरा टेस्ट (जॉर्जटाउन): 13
चौथा टेस्ट (ब्रिजटाउन): 91 और 80
पांचवां टेस्ट (सेंट जोंस): 54 और 116
पांच टेस्ट में 598 रन बनाने के साथ ही दो विकेट लेने वाले मोहिंदर अमरनाथ को मैन ऑफ द सीरीज का पुरस्कार मिला था. संयोग देखिए, वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट में किए गए इस शानदार प्रदर्शन को जिमी ने वर्ल्डकप-1983 में भी दोहराया था. वर्ल्डकप के सेमीफाइनल और फाइनल, दोनों में ही वे मैन ऑफ द मैच रहे थे