गाजीपुर: यूपी एंटी टेररिस्ट स्क्वायडने नकली नोट छापने वाले एक शातिर बदमाश को गिरफ्तार किया है. 50 हजार रुपये का इनामी यह बदमाश काफी समय से फरार चल रहा था. इस बदमाश की पहचान गया बिहार के रहने वाले सुरेश रजक के रूप में हुई है. वह यहां गाजीपुर कोतवाली क्षेत्र में मुर्गी और बकरी पालन की आड़ में नकली नोटों का धंधा करता था. आरोप है कि यह बदमाश अपने पॉल्ट्री फार्म में भारतीय करेंसी छाप कर देश के विभिन्न राज्यों और बड़े शहरों में अपने नेटवर्क के जरिए सप्लाई करता था.
यूपी एटीएस के मुताबिक इस बदमाश के खिलाफ कई साल पहले यह शातिर बदमाश गया बिहार से उत्तर प्रदेश के गाजीपुर आया था. उसने लोगों की आंखों में धूल झोंकने के लिए पॉल्टी फार्म खोल लिया, लेकिन इसका असली धंधा पॉल्ट्री फार्म के अंदर नकली नोटों की छपाई का था. इस वारदात में इस बदमाश का एक साथी बबलू उर्फ बाबिल बिंद भी था. एटीएस के अधिकारियों के मुताबिक गाजीपुर पुलिस को मामले की भनक लगी तो आरोपी के ठिकाने पर दबिश दी गई. लेकिन उस समय यह दोनों आरोपी फरार हो गए थे.
ऐसे में पुलिस ने उस समय आरोपी के पॉल्ट्री फार्म से बरामद नकली नोट और छापे की मशीन बरामद करते हुए दोनों आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं में केस दर्ज किया था. वहीं अगले ही दिन बबूलू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. जबकि सुरेश अब तक फरार था. ऐसे में आईजी जोन वाराणसी ने इस शातिर बदमाश के खिलाफ 50 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया. इसी बीच शुक्रवार को यूपी एसटीएफ को इस बदमाश के बारे में पुख्ता इनपुट मिले.
इसके बाद एटीएस की टीम ने घेराबंदी कर इस बदमाश को गाजीपुर के रेलवे स्टेशन रोड से गिरफ्तार किया है. एटीएस के अधिकारियों के मुताबिक आरोपी ने पूछताछ में बताया है कि उसने पॉल्ट्री फार्म में नकली नोट छापने के बाद नेटवर्क के जरिए देश के विभिन्न राज्यों और शहरों में आपूर्ति करता था. इससे उसे मोटी कमाई हो रही थी. एक अनुमान के मुताबिक इस शातिर बदमाश ने अब तक करोड़ों रुपये के नोट भारतीय बाजार में उतार दिए हैं और ये नोट इस समय सर्कुलेशन में हैं.