R Ashwin opens up on WTC drop: भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी ऑफ स्पिन गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल की प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिली तो, खूब बवाल हुआ. सचिन तेंदुलकर से लेकर सुनील गावस्कर तक सभी भारतीय टीम मैनेजमेंट के इस फैसले से हैरान थे. अश्विन ने एक इंटरव्यू में खुलासा किया है कि उन्हें फाइनल से 48 घंटे पहले यह मालूम हो गया था कि वह इस मुकाबले में नहीं खेलने वाले हैं. उन्होंने इस दौरान यह भी बताया कि कैसे बांग्लादेश दौरे पर वह दर्द से परेशान थे और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ वह अपना आखिरी सीरीज मान रहे थे.
आर अश्विन (R Ashwin) ने कहा, जब मैं बांग्लादेश से वापस आया तो, पत्नी से कहा कि ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज मेरी आखिरी सीरीज हो सकती है. मुझे घुटने में कुछ दिक्क्त थी. मैंने कहा कि मैं अपनी गेंदबाजी एक्शन में कुछ बदलाव करने जा रहा हूं क्योंकि इससे मुझे लैंडिंग के समय मोमेंटम मिला. मेरा घुटना तब थोड़ा मुड़ रहा था. मैं टी20 वर्ल्ड की वजह से ज्यादा वर्कलोड नहीं ले पा रहा था. जिस तरह से मैं गेंद डाल रहा था उससे खुश नहीं था
आर अश्विन को डब्ल्यूटीसी फाइनल में 12वें खिलाड़ी के रूप में उतारा गया था. तब वह साथी खिलाड़ियों के लिए ग्राउंड पर ड्रिंक्स ले जाते हुए देखे गए थे. उन्होंने बताया कि 48 घंटे पहले उन्हें पता चल गया था कि वह प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं होंगे
इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में यह पूछने पर कि कहा जाता है कि स्पिनर्स उम्र के साथ जैसे जैसे अनुभवी होते जाते हैं, बेहतर होते जाते हैं, बतौर स्पिनर अश्विन इस समय कहां हैं? इस पर भारतीय गेंदबाज ने कहा, मैंने जो भी अपनी लाइफ (यह सिर्फ विकेट और रन के बारे में नहीं है) में अभी तक हासिल किया है, उससे मैं बहुत खुश हूं
आर अश्विन के नाम टेस्ट मैचों में 474 विकेट दर्ज हैं जबकि वनडे इंटरनेशनल मैचों में वह 151 विकेट ले चुके हैं. बांग्लादेश दौरे पर दूसरे टेस्ट मैच को याद करते हुए अश्विन ने कहा, बांग्लादेश में दूसरे टेस्ट के दौरान मुझे दर्द शुरू हो गया था. घुटना सूज भी गया था. मैं यही सोचता था कि कैसे होगा. क्योंकि मैं तीन चार साल से अच्छी गेंदबाजी कर रहा था. एक्शन को चेंज करने के लिए यह सबसे बड़ा बेवकूफी और हास्यास्पद काम है. मैं वापस आया और खुद की सुना. घुटने पर काफी लोड था. यही समय था चेंज करने का. तब मैं अपने 2013-14 की एक्शन की ओर गया.
आर अश्विन का कहना है कि वह जब संन्यास लेंगे तब उनके मन में इस बात का अफसोस रहेगा कि क्यों वह एक गेंदबाज बने. भारतीय स्पिनर का कहना है कि क्रिकेट जगत में गेंदबाज और बल्लेबाज को अलग अलग नजरिए से देखा जाता है. अश्विन पहले बल्लेबाज बनना चाहते थे लेकिन बाद में वह गेंदबाज बने