तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने गुरुवार को केंद्र सरकार पर राजनीति में धार्मिक हस्तियों को शामिल करने का आरोप लगाया। केसीआर ने यह आरोप तब लगाया है कि जब विधि आयोग द्वारा समान नागरिक संहिता पर धार्मिक निकायों के विचार मांगने की बात सामने आई है। यूसीसी के बारे में पूछे जाने पर केसीआर ने कहा कि कहां से वे (केंद्र) धर्म गुरुओं (धार्मिक नेताओं) को राजनीति में ला रहे हैं?
धर्म गुरुओं को मठ चलाना चाहिए
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ने कहा कि धर्म गुरुओं को मठ चलाना चाहिए और पूजा करनी चाहिए। वे (सत्तारूढ़) इसमें घुसपैठ कर हंगामा कर रहे हैं। के चंद्रशेखर राव ने देश में समान नागरिक संहिता के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘‘वे (केंद्र सरकार) धर्म गुरुओं को राजनीति में कहां से ला रहे हैं? धर्म गुरुओं को मठ चलाना चाहिए और पूजा करनी चाहिए। वे (केंद्र सरकार) उनका प्रवेश कराकर हंगामा कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर राव ने उनकी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) महाराष्ट्र में विपक्षी गठबंधन महा विकास आघाड़ी (एमवीए) से गठबंधन नहीं करेगी और नगर निकाय, विधानसभा और लोकसभा चुनाव में राज्य की हर सीट पर अकेले चुनाव लड़ेगी।
क्या है मामला
भारत के विधि आयोग ने बुधवार को समान नागरिक संहिता (यूसीसी) पर राय और टिप्पणियां मांगने के लिए एक सार्वजनिक नोटिस जारी किया। यह 21वें विधि आयोग द्वारा अगस्त 2018 में इसी मुद्दे पर एक परामर्श पत्र जारी करने के बाद से पांच साल के अंतराल के बाद आया है। विधि आयोग ने बताया है उसने राजनीतिक रूप से संवेदनशील मुद्दा ‘समान नागरिक संहिता’ (यूसीसी) पर लोगों तथा मान्यता प्राप्त धार्मिक संगठनों के सदस्यों सहित विभिन्न हितधारकों के विचार आमंत्रित कर नये सिरे से परामर्श की प्रक्रिया बुधवार को शुरू कर दी।