Bareilly News: उत्तराखंड के उत्तरकाशी में लव जिहाद के मामले ने तूल क्या पकड़ा, मुस्लिम समुदाय के लोगों पर आफत टूट पड़ी. विभिन्न हिंदू संगठनों के अल्टीमेटम के बाद मुस्लिम वहां से पलायन करने लगे हैं. अब इसी को लेकर अल्पसंख्यक समाज के लोग चिंतित. बरेली के ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी, राष्ट्रीय महासचिव हाफिज नूर अहमद अजहरी, उत्तराखंड प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सैयद अशरफ कादरी ने संयुक्त रूप से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष इकबाल सिंह लालपुरा को एक पत्र लिखकर मुसलमानों के पलायन को अवगत कराया है.
पत्र में कहा गया है कि, “उत्तरकाशी के पुरोला गांव में चंद मुसलमान रहते हैं. वहां पर उनके मकान हैं. बहुसंख्यक आबादी गैर मुस्लिमों की है. ये मुसलमान ठेला लगाकर मजदूरी करते हैं. आर्थिक और शिक्षित रूप से बहुत पिछड़े हैं. ये सभी परमानंदा समाज से ताल्लुक रखते हैं. गत दिनों पुरोला गांव में एक घटना घटी, जिसमें एक गैर मुस्लिम लड़की के साथ दो लड़के धूम रहे थे, जिनमें एक मुसलमान लडका जुनैद और दूसरा गैर मुस्लिम लड़का सैनी नाम का था.
असामाजिक तत्व नफरत फैलाने का काम कर रहे
मां-बाप की शिकायत पर पुलिस ने दोनों लड़कों को फोरी तौर पर गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. हम इस बात को स्पष्ट कर देना चाहते हैं कि जिसने भी गलती की है, उसको सख्त सजा दी जाए. चाहे वो किसी भी मजहब का मानने वाला ही क्यों न हो? दरअसल, मौलानाओं ने पत्र में लिखा कि इस घटना के बाद पुरोला गांव में कुछ गैर मुस्लिम असमाजिक तत्वों ने नफरत फैलाना और माहौल को खराब करना शुरू कर दिया. इन लोगों ने मुसलमानों के मकानों और दुकानों पर एक पम्पलेट हिंदी में लिखकर चिपकाया, जिसमें ये अल्टिमेटम दिया गया है कि मुसलमान 15 जून तक दुकान और मकान खाली कर दें.
पुरोला गांव छोड़कर पलायन करने पर मजबूर हैं मुसलमान
वरना, उनके साथ वो हर्श किया जाएगा, जो कभी सोचा नहीं होगा. इस अल्टिमेटम के बाद मुसलमानों में डर और खौफ का माहौल बना हुआ है. सभी मुसलमान पुरोला गांव छोड़कर पलायन करने पर मजबूर हो गए हैं. मुसलमान 29 मई से अपनी दुकान और मकान छोड़ रहे हैं. ये सब पुलिस और प्रशासन की आंखों के सामने हो रहा है, लेकिन उत्तराखंड हुकूमत चुपचाप तमाशा देख रही है.
मुसलमानों के पलायन से देश की छवि खराब हो रही
इससे पूरी दुनिया में भारत की छवि खराब हो रही है और बदनामी भी हो रही है. चूंकी ये देश लोकतांत्रिक वसूलों में यकीन रखता है. आप हमारे मुखिया हैं, इस वजह से हम आपको अवगत करा रहे हैं कि उत्तराखंड राज्य हुकूमत को आप आदेशित करेंगे कि पुरोला गांव से मुसलमानों के पलायन को फौरी तौर पर रोका जाए और उनको सुरक्षा प्रदान कराई जाए.