नई दिल्ली: इंटरनेशनल क्रिकेट में इस खिलाड़ी की पहचान ‘मिस्ट्री बॉलर’ के रूप में थी.इसके खेल कौशल को लोहा पूरी दुनिया में माना. आखिर क्यों न हो, वनडे और टी20I में दो बार पारी में 6-6 विकेट लेने का रिकॉर्ड इसके नाम पर हैं. टी20I में तो दो बार 6 विकेट लेने वाले यह दुनिया के इकलौते बॉलर हैं, इस जोरदार रिकॉर्ड के बावजूद श्रीलंका के अजंता मेंडिस (Ajantha Mendis) इंटरनेशनल करियर में काफी कम मैच खेले. अप्रैल 2008 में इंटरनेशनल करियर का आगाज करने और अगस्त 2019 में संन्यास लेने के बीच वे महज 19 टेस्ट, 87 वनडे और 39 टी20I ही खेल सके. कहा जा सकता है कि दाएं हाथ के इस स्पिन गेंदबाज के करियर पर यदि चोटों का ‘ग्रहण’ नहीं लगता तो वे विकेटों का अंबार लगा सकते थे.
इंटरनेशनल क्रिकेट में सबसे पहले ‘कैरम’ बॉल मेंडिस के कारण ही चर्चा में आई थी.बाद में भारत के रविचंद्रन अश्विन ने से अपनाया. मेंडिस ने 19 टेस्ट में 34.77 के औसत से 70, 87 वनडे में 21.86 के औसत से 152 और 39 टी20I में 14.42 के औसत से 66 विकेट (इकोनॉमी 6.45) हासिल किए जो उनके खेल कौशल को दर्शाता है.
वनडे, टी20 और टेस्ट तीनों में जबर्दस्त आंकड़े
वनडे क्रिकेट में दो बार पारी में 6 विकेट लेने के अलावा एक बार 5 विकेट भी मेंडिस ने हासिल किए. इस फॉर्मेट में सात बार वे पारी में 4 विकेट हासिल करने में कामयाब रहे.टेस्ट मैचों में उन्होंने तीन बार पारी में छह और एक बार 5 विकेट लेने का कारनामा किया. एक बार उन्होंने ‘रेड बॉल’ क्रिकेट में 10 या इससे अधिक विकेट लिए.टी20I की बात करें तो दो बार पारी में छह विकेट के अलावा तीन बार 4 विकेट लेने का कमाल वे कर चुके हैं .दाएं हाथ के यह स्पिनर अपनी विविधताओं के कारण विपक्षी बैटरों के लिए अबूझ पहेली साबित होता था.
भारत के खिलाफ अपनी पहली टेस्ट सीरीज़ में ही तीन टेस्ट मैचों में उन्होंने 26 विकेट लेकर अपनी क्षमता का अहसास कराया था. वनडे में सबसे तेजी से 50 विकेट लेने का रिकॉर्ड मेंडिस के ही नाम पर है,उन्होंने सिर्फ 19मैच में यह कारनामा किया था.उनके इस रिकॉर्ड की अहमियत इस बात से समझी जा सकती है कि वनडे में सबसे तेजी से 50 विकेट लेने वाले दूसरे नंबर के बॉलर नेपाल के संदीप लामिचाने को इसके लिए 22 और तीसरे नंबर के बॉलर भारत के अजित आगरकर को 23 मैच खेलने पड़े थे.
आखिरी इंटरनेशनल मैच 2015 में खेला था
मेंडिस ने अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच दिसंबर 2015 में वनडे के रूप में खेला इसके बाद वे फिर श्रीलंका के लिए नहीं खेल सके. अगस्त 2019 में उन्होंने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया. मेंडिस के संन्यास पर प्रतिक्रिया देते हुए श्रीलंका के दिग्गज क्रिकेट एंजेलो मैथ्यूज ने ने कहा था, “छोटे लेकिन शानदार करियर के लिए बधाई. दुर्भाग्य से चोटों ने आपको दूर रखा लेकिन भगवान दयालु हैं और आपके लिए कई रास्ते खोलेंगे.”