प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को चक्रवाती तूफान बिपारजॉय को लेकर एक बड़ी समीक्षा बैठक की। माना जा रहा है कि यह चक्रवात बृहस्पतिवार को गुजरात के कच्छ क्षेत्र में दस्तक दे सकता है। कच्छ, देवभूमि द्वारका, पोरबंदर, जामनगर, राजकोट, जूनागढ़ और मोरबी में 15 जून सुबह से शाम तक 125 से 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार की हवाओं के साथ तूफान आ सकता है और हवा की रफ्तार 145 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच सकती है।
समीक्षा बैठक में क्या हुआ
चक्रवात बिपारजॉय को लेकर समीक्षा बैठक में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि संवेदनशील स्थानों में रहने वाले लोगों की निकासी सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय किए जाएं। उन्होंने कहा कि नुकसान की स्थिति में तत्काल सेवा बहाल करने की तैयारियों के साथ आवश्यक सेवाओं का रखरखाव सुनिश्चित करें। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक केंद्रीय गृह मंत्रालय चक्रवात बिपारजॉय की स्थिति की लगातार समीक्षा कर रहा है; एनडीआरएफ की 12 टीम तैनात है, 15 और टीम तैयार है।
दिए यह निर्देश
पीएम मोदी ने वरिष्ठ अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव उपाय करने का निर्देश दिया कि राज्य सरकार द्वारा कमजोर स्थानों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित रूप से निकाला जाए और बिजली, दूरसंचार, स्वास्थ्य, पेयजल आदि जैसी सभी आवश्यक सेवाओं का रखरखाव सुनिश्चित किया जाए और क्षति की स्थिति में उन्हें तत्काल बहाल किया जाए। उन्होंने नियंत्रण कक्षों के 24*7 कार्य करने का भी निर्देश दिया।
प्रधानमंत्री को चक्रवात से निपटने के लिए गुजरात सरकार द्वारा किए गए उपायों के बारे में भी जानकारी दी गई। मुख्यमंत्री स्तर पर जिला प्रशासन के साथ समीक्षा बैठकें की जा चुकी हैं और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राज्य का पूरा प्रशासन तंत्र मुस्तैद है. साथ ही, कैबिनेट सचिव और गृह सचिव गुजरात के मुख्य सचिव और संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों/एजेंसियों के साथ लगातार संपर्क में हैं।