अहमदाबाद: भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने मंगलवार को कहा कि अरब सागर में बने दबाव क्षेत्र के अगले 24 घंटों में चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना के चलते गुजरात के सभी बंदरगाहों को चेतावनी संकेत सक्रिय करने को कहा गया है। इसने कहा कि खराब मौसम के कारण मछुआरों से गहरे समुद्र में न जाने को कहा गया है।
आईएमडी ने एक बयान में कहा, “दबाव दक्षिण-पूर्वी अरब सागर के ऊपर बना है जो भारतीय समयानुसार आज सुबह साढ़े पांच बजे गोवा से लगभग 920 किलोमीटर पश्चिम-दक्षिण पश्चिम, मुंबई से 1120 किलोमीटर दक्षिण-दक्षिण पश्चिम, पोरबंदर से 1160 किलोमीटर दक्षिण और कराची से 1520 किमी दक्षिण में केंद्रित था। इसने कहा कि अगले 24 घंटों में पूर्वी-मध्य अरब सागर और इससे सटे दक्षिण-पूर्वी अरब सागर के ऊपर इसके लगभग उत्तर की ओर बढ़ने तथा चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। मौसम एजेंसी ने बताया कि उत्तर और दक्षिण गुजरात तटों के सभी बंदरगाहों पर डिस्टैंट कॉशनरी-1 (डीसी-1) सिग्नल सक्रिय किया जाए।
आईएमडी पोर्टल के अनुसार, डीसी-1 को किसी बंदरगाह पर तब सक्रिय किया जाता है जब समुद्र में (मौसम) प्रणाली दबाव या गहरे दबाव के क्षेत्र की स्थिति में होती है और जब बंदरगाह पर स्थानीय मौसम के तुरंत प्रभावित होने की संभावना नहीं होती, लेकिन बंदरगाह से रवाना होने वाले जहाज अपनी यात्रा के दौरान खतरे में पड़ सकते हैं।
अहमदाबाद में मौसम निदेशक मनोरमा मोहंती ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हमने मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी जारी की है। यह चेतावनी उत्तर गुजरात के बंदरगाहों के लिए है। यदि मछुआरे गहरे समुद्र (उत्तर या दक्षिण गुजरात) में मछली पकड़ रहे हैं, तो उन्हें तुरंत लौट आना चाहिए।’’ विभाग ने अभी यह पूर्वानुमान व्यक्त नहीं किया है कि चक्रवाती तूफानगुजरात तट से टकराएगा। इस चक्रवात के गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होने की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि हालांकि, इससे तटीय क्षेत्रों में बारिश हो सकती है और तेज हवाएं चल सकती हैं।