उत्तर प्रदेश बस सेवा की स्थापना के 50 वर्ष पूरे होने पर CM योगी ने 75 जिलों को राजधानी दिल्ली से जोड़ा। यूपी के यात्रियों के लिए 100 नई बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इनमें 93 बसें राजधानी एक्सप्रेस हैं जो यूपी के 75 जिलों से दिल्ली के लिए चलेंगी।
वहीं 7 साधारण बसें हैं जो यूपी के अंदर चलेंगी। दिल्ली से दूर के जिलों के लिए 2-2 बसें चलेंगी। डिमांड के अनुसार, इन बसों की संख्या बढ़ाई जाएगी। राजधानी एक्सप्रेस की बसों का किराया साधारण से 10% ज्यादा होगा। ये स्टॉपेज कम लेंगी।
देश की सबसे बड़ी पब्लिक सेवा यूपी परिवहन: CM
CM योगी ने कहा, परिवहन निगम के स्थापना दिवस पर 100 बसों को यात्रियों की सुविधा के लिए रवाना किया गया। आजादी के कुछ महीने पहले ही उत्तर प्रदेश में राजकीय परिवहन निगम सेवा शुरू हुई थी। इसके बाद 1 जून 1972 में यूपी परिवहन निगम में बदलाव आया और देश की सबसे बड़ी पब्लिक सेवा बनी। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम लोगों को सुगम और सुरक्षित यात्रा पब्लिक ट्रांसपोर्ट के रूप में 50 सालों से लगातार दे रहा है।
सड़क हादसों पर CM ने चिंता जताई
उत्तर प्रदेश में हो रहे सड़क हादसों पर CM योगी ने चिंता जाहिर की है। उन्होंने कहा, जितनी मौतें कोरोना में तीन साल में नहीं हुईं, उससे ज्यादा मौतें एक साल में सड़क दुर्घटनाओं में हुई। यह हमारे लिए एक चेतावनी है और चिंता का विषय भी होना चाहिए। व्यापक जागरूकता की जरूरत है। सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करते हुए हम असंख्य लोगों की जान बचा सकते हैं।
CM योगी ने कहा, प्राइवेट ऑपरेटर को भी अपने साथ जोड़ें, जिससे ज्यादा से ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट यात्रियों को मिल सके। इलेक्ट्रिक बस सेवाओं की लगातार मांग बढ़ रही है। ज्यादा से ज्यादा ये बसें चलाई जाएंगी। अत्याधुनिक बस स्टेशन बनाए जाएंगे और यात्रियों को बेहतर सुविधा दी जाएगी।
ओडिशा में रेल हादसे पर शोक जताया
CM योगी ने ओडिशा के बालासोर में हुई रेल घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। अपनी संवेदना व्यक्त करते हुए कहा है कि जिन्होंने अपने परिजनों को खोया है, मैं अपनी तरफ से और प्रदेश वासियों की तरफ से सांत्वना व्यक्त करता हूं। जो यात्री घायल हुए हैं, उनके स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।
पहली बार परिवहन फायदे में: दयाशंकर
परिवहन मंत्री दयाशंकर शंकर सिंह ने कहा, परिवहन विभाग ने 50 साल पूरे किए हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में पिछले सालों में विभाग को बढ़ावा देने के लिए बहुत सारे काम किए हैं। उन्होंने आर्थिक सहायता दी, जिससे कि यूपी में 2000 बसें आईं। CM के सहयोग से पहली बार परिवहन फायदे में आया है। पहले जहां रोज 12 से 13 करोड़ की आय होती थी, अब वह आय 18 से 21 करोड़ के ऊपर तक पहुंच गई है।
10% ज्यादा रहेगा किराया
आम बसों की तुलना में राजधानी बस सेवा का किराया 10% ज्यादा होगा। समय से दिल्ली पहुंचे इसलिए इन बसों का स्टॉपेज बहुत कम होगा। यह अन्य बसों की तुलना में तेज चलेगी। ऐसे में कम समय में दिल्ली पहुंचेगी।
लखनऊ के बाद दिल्ली से जुड़े सभी शहर
प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय से लखनऊ के लिए पहले बस सेवा शुरू की गई थी। अब दिल्ली के लिए यह सेवा शुरू की गई है। पहले दो जून को योगी आदित्यनाथ इन बसों को सीएम आवास से हरी झंडी दिखाने वाले थे। लेकिन, किसी कारणवश एक दिन के लिए कार्यक्रम टाल दिया गया। परिवहन निगम के प्रवक्ता अजीत सिंह ने बताया कि शासन के ड्रीम प्रोजेक्ट में से यह योजना एक है। लोगों को आसान और सस्ती परिवहन सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं।