ओडिशा में हुए भयानक ट्रेन हादसे में 280 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई है। वहीं 900 से ज्यादा घायल बताए जा रहे हैं। राहत और बचाव कार्य जबरदस्त तरीके से लगातार जारी है। वहीं इसको लेकर अब राजनीति भी तेज होती दिखाई दे रही है। रेल दुर्घटना को लेकर विपक्षी दल मोदी सरकार पर जबरदस्त तरीके से हमलावर हैं और केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव का इस्तीफा मांग रहे हैं। इस दौरान कवच सुरक्षा वाले दावे पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं।
क्या है कवच सुरक्षा
कुछ दिनों पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कवच सुरक्षा का मुआयना किया था। कवच सुरक्षा प्रणाली को लेकर यह दावा किया गया था कि लाल सिग्नल पार करने और टक्कर को रोकने के लिए इसको विकसित किया गया है। अगर किसी कारण लोको पायलट ट्रेन को कंट्रोल करने में विफल रहता है तो यह ब्रेकिंग सिस्टम को ऑटोमेटिक रूप से एक्टिव कर देता है। साथ साथ इसको लेकर एक उदाहरण भी दिखाया गया था जिसमें खुद ट्रायल करते रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव मौजूद रहे। दावा किया गया था कि कवच दो इंजनों के बीच टक्कर को रोकने में सक्षम है। इसका मतलब साफ है कि अगर दो ट्रेनें आमने सामने आ जाएंगे तो भी एक्सीडेंट नहीं होगा। लेकिन ऐसा लगता है कि बालासोर में इस सुरक्षा प्रणाली का प्रयोग नहीं हुआ था। तभी यह एक्सीडेंट हुआ है।
विपक्षी दल सरकार और मंत्री पर उठा रहे सवाल
एक ओर जहां इस ट्रेन हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य जारी है तो वहीं इस को लेकर राजनीति भी तेज है। यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी श्रीनिवास ने हादसे को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला और अश्विनी वैष्णव के एक पुराने वीडियो को साझा किया। बी श्रीनिवास ने लिखा के जब एक Train Derail होकर दूसरे Railway Track पर आ गयी थी, तब Kavach कहाँ था?? 300 के आसपास मौतें, करीब 1000 लोग घायल। इन दर्दनाक मौतों के लिए कोई तो जिम्मेदार होगा?
NCP नेता अजीत पवार ने कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है, रेल विभाग को इसकी जांच कर जो दोषी हैं उनके खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। रेलवे को यात्रियों की जान को अहमियत देनी चाहिए। पहले रेल मंत्री ऐसे रेल हादसों पर इस्तीफा दे देते थे, लेकिन अब कोई बोलने को तैयार नहीं।
राजद ने ट्वीट कर कहा कि कवच में भी कांड हो गया? मोदी सरकार के लिए बस वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों में ही इंसान चलते हैं! अगर रेल मंत्री में कुछ नैतिकता और आत्मग्लानि हो तो इतने परिवारों के बर्बाद होने पर तुरंत इस्तीफा दें!