Manipur: मणिपुर हिंसा में मरने वालों की संख्या 98 हुई, आगजनी के 4000 मामले, जानें अब क्या हैं हालात?

Manipur: मणिपुर हिंसा में मरने वालों की संख्या 98 हुई, आगजनी के 4000 मामले, जानें अब क्या हैं हालात?

मणिपुर में चल रही हिंसा को आज करीब एक माह पूरे हो चुके हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, हिसा के कारण राज्य में करीब 98 लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 310 लोग घायल हुए हैं। हालांकि स्थित में सुधार होता दिख रहा है। राज्य प्रशासन की ओर से कई जिलों में कर्फ्यू में ढील भी दी गई है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में घायलों की संख्या 310 और आगजनी के दर्ज मामलों की संख्या 4,014 बताई गई है। 11 मैगजीन सहित 144 चोरी के हथियार बरामद किए गए हैं। बरामद हथियारों में 29 सेल्फ लोडिंग राइफल (एसएलआर), 15 कार्बाइन, 12 इंसास राइफल और 10 ग्रेनेड लॉन्चर शामिल हैं। बयान के अनुसार, 3,734 प्राथमिकी दर्ज की गई हैं, जिनमें से अधिकतम 1,257 इंफाल पश्चिम जिले में दर्ज की गई हैं, इसके बाद कांगपोकपी (932) और बिष्णुपुर (844) हैं।

हालांकि अधिकांश जिलों में कर्फ्यू में ढील दी गई है। दो स्थानों पर सशस्त्र बदमाशों और नागरिकों के बीच गोलीबारी की सूचना मिली है। यह घटना केंद्रीय मंत्री अमित शाह के मणिपुर में मौजूदा स्थिति का जायजा लेने के बाद इम्फाल से रवाना होने के एक दिन बाद हुई है। शाह, जो तीन दिवसीय दौरे पर थे, ने विभिन्न हितधारकों से मुलाकात की। इंफाल पश्चिम जिले के फायेंग गांव में शुक्रवार को सशस्त्र बदमाशों द्वारा घरों में आग लगाने के बाद भारी गोलीबारी हुई। फायेंग के रहने वाले अंगोम रबीकांत ने कहा कि अत्याधुनिक हथियारों से लैस तीन हथियारबंद बदमाशों ने सुबह करीब साढ़े नौ बजे ग्रामीणों पर गोली चलाने से पहले उनके फार्महाउस में आग लगा दी। फायेंग गांव कुकी बहुल कांगपोकपी जिले की सीमा से लगा हुआ है। 

अत्याधुनिक हथियारों के साथ तीन सशस्त्र कुकी पहाड़ी से नीचे आए और मेरे फार्महाउस में आग लगा दी। जब मैंने ग्रामीणों को सचेत करने की कोशिश की तो उन्होंने मुझ पर गोली चलानी शुरू कर दी,” रबीकांत ने कहा। इसके बाद, लाइसेंसी हथियारों से लैस ग्रामीणों ने बदमाशों के साथ गोलीबारी की, जो पास की एक पहाड़ी पर भाग गए। जैसे ही यह खबर फैली, घाटी के आस-पास के इलाकों के विभिन्न हिस्सों से सैकड़ों नागरिक स्वचालित राइफल सहित हथियार लेकर गांव की ओर दौड़ पड़े। देर शाम तक उनके और पहाड़ियों में मौजूद लोगों के बीच ताबड़तोड़ फायरिंग होती रही। नवीनतम रिपोर्टों से पता चलता है कि लगभग 16 लोग घायल हो गए और उन्हें क्षेत्रीय आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में भर्ती कराया गया।

फायेंग इंफाल के आसपास के इलाकों के कई गांवों में से एक है, जहां 3 मई को हिंसा शुरू होने के बाद से सशस्त्र बदमाशों द्वारा हमला किया जा रहा है, जिन पर कुकी उग्रवादियों का संदेह है। आखिरी घटना 28 मई को हुई थी जिसमें एक ग्रामीण मारा गया था। “हिंसा शुरू होने के बाद से हम डर में जी रहे हैं। हम पर लगातार हमले हो रहे हैं। हमारी सरकार कुछ नहीं कर रही है।


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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