अमरावती: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी ने राज्य के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्री जी अमरनाथ की अगुवाई में एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है, जिसे राहत एवं बचाव कार्यों के समन्वय में मदद के लिए ओडिशा रेल दुर्घटना स्थल का दौरा करने का निर्देश दिया गया है। मुख्यमंत्री ने शनिवार सुबह मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अधिकारियों के साथ बैठक कर स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को ओडिशा के सीएमओ और रेलवे अधिकारियों के संपर्क में रहने का निर्देश दिया।
रेड्डी ने एक आधिकारिक विज्ञप्ति में कहा, ‘‘शिकायतों से निपटने और तुरंत प्रतिक्रिया देने के लिए जिलाधिकारियों के कार्यालयों में जांच और शिकायत प्रकोष्ठ स्थापित किए जाएं।’’ ओडिशा भेजी गई आईएएस (भारतीय प्रशासनिक सेवा) अधिकारियों की समिति में आईटी मंत्री के अलावा नागरिक आपूर्ति आयुक्त अरुण कुमार, वाणिज्यिक कर संयुक्त आयुक्त आनंद और श्रीकाकुलम संयुक्त आयुक्त नवीन शामिल हैं। इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को एंबुलेंस तैयार रखने और घायलों के इलाज के लिए विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम जिलों के अस्पतालों में आवश्यक व्यवस्था करने का निर्देश दिया।
पड़ोसी राज्य के बालासोर में हुई दुर्घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए रेड्डी ने अधिकारियों को यह पता लगाने का निर्देश दिया कि मृतकों और घायलों में आंध्र प्रदेश का कोई यात्री तो शामिल नहीं है। इस बीच, पूर्वी तटीय रेलवे जोन के वाल्टेयर प्रभाग ने राहत के लिए विशाखापत्तनम, विजयनगरम और श्रीकाकुलम में तीन हेल्पलाइन नंबर शुरू किए हैं। ओडिशा के बालासोर जिले में शुक्रवार शाम को कोरोमंडल एक्सप्रेस और बेंगलुरु-हावड़ा एक्सप्रेस ट्रेन के पटरी से उतरने और एक मालगाड़ी से टकराने से जुड़े रेल हादसे में मृतक संख्या शनिवार को बढ़कर 238 हो गई। इस हादसे में 900 से अधिक यात्री घायल हुए हैं।
भारतीय रेलवे ने एक बयान में कहा, ट्रेन दुर्घटना की जांच दक्षिण पूर्व सर्किल के रेलवे सुरक्षा आयुक्त एएम चौधरी के नेतृत्व में की जाएगी। आयुक्त, रेलवे सुरक्षा, नागरिक उड्डयन मंत्रालय के अंतर्गत आता है। एक अधिकारी ने कहा कि हावड़ा के रास्ते में 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस के कई डिब्बे पटरी से उतर गए और बगल की पटरियों पर गिर गए। उन्होंने कहा, पटरी से उतरे ये डिब्बे 12841 शालीमार-चेन्नई सेंट्रल कोरोमंडल एक्सप्रेस से टकरा गए और इसके डिब्बे भी पलट गए। उन्होंने कहा कि दुर्घटना में एक मालगाड़ी भी शामिल थी, क्योंकि चेन्नई जा रही कोरोमंडल एक्सप्रेस के कुछ डिब्बे पटरी से उतरने के बाद उसके डिब्बों से टकरा गए थे। पटरी से उतरे डिब्बों के नीचे से शवों को निकालने के लिए गैस कटर का इस्तेमाल किया गया।
इस बीच, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने घातक ट्रिपल ट्रेन दुर्घटना के मद्देनजर शनिवार को एक दिन के राजकीय शोक की घोषणा की। राज्य के विशेष राहत आयुक्त सत्यव्रत साहू ने कहा कि हादसे में घायल हुए लोगों का विभिन्न अस्पतालों में इलाज चल रहा है। भुवनेश्वर में एम्स सहित आसपास के जिलों के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है। हादसे के बाद ओडिशा सरकार ने कई हेल्पलाइन नंबर जारी किए। दक्षिण पूर्व रेलवे के खड़गपुर डिवीजन में हावड़ा-चेन्नई मुख्य लाइन पर हुए हादसे के कारण अब तक लंबी दूरी की 18 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है।