उत्तर प्रदेश की 370 ग्राम पंचायतों को शुक्रवार को CM योगी ने पुरस्कृत किया। मुख्यमंत्री पंचायत प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के तहत पुरस्कृत की गई ये वे ग्राम पंचायतें हैं जिनकी सूरत बदली है। योजना के तहत वर्ष 2022-23 में मुजफ्फरनगर को छोड़कर हर जिले में चयनित की गई 5-5 ग्राम पंचायतों को पुरस्कार की राशि दी गई। यह धनराशि ग्राम पंचायत निधि के बजट के अतिरिक्त है, जो उस ग्राम पंचायत के विकास कार्यों में खर्च की जाएंगी। 3145 ग्राम पंचायत सचिवों को CM योगी ने लैपटॉप दिया।
पहले गांव-गांव फिर गांव-शहर में होगा कम्पटीशन: CM
CM योगी ने कहा, हर काम के लिए सरकार पर निर्भरता के बजाय हमें लोगों को जोड़ना होगा। इस अभियान को सफलता पूर्वक आगे बढ़ाने की जरूरत है। गांवों को साफ-सुथरा बनाने के लिए पहले गांव-गांव फिर शहर-गांव में कम्पटीशन होगा। किसी भी गांव में नाली भरी न हो साफ हो, हमें इसका ध्यान रखना होगा। अब मैनुअली नहीं तकनीक के मध्यम से आगे बढ़ेंगे। तकनीक भ्रष्टाचार पर प्रहार होता है। आज ग्राम पंचायतों की इनकम भी बढ़ी है। कंप्यूटर ऑपरेटर रख कर ग्राम पंचायत के काम किए गए हैं।
कन्वेंशन सेंटर के लिए 40% का अनुदान देगी सरकार
सीएम योगी ने निर्देश दिए हैं कि गांव में जहां लीकेज है उसको सही करें। जो पानी गिर रहा है, उसके संरक्षण के लिए भी तैनाती की जाए। मातृभूमि योजना के तहत गांवों में कन्वेंशन सेंटर बनाने पर सरकार 40% का अनुदान देगी। 60% खर्चा खुद उठाना होगा। CM ने कहा कि कन्वेंशन सेंटर में फंक्शन के लिए बुकिंग का एक न्यूनतम चार्ज लिया जाए, उसको कॉमर्शियल न बनाया जाए। उन्होंने कहा कि शहर में भी कन्वेंशन सेंटर बनने चाहिए। शहर में तो लोग सड़क घेरकर कार्यक्रम करते हैं, उनके लिए भी व्यवस्था उपलब्ध करानी चाहिए।
3145 ग्राम पंचायत सचिवों को मिला लैपटॉप
मुख्यमंत्री प्रोत्साहन पुरस्कार योजना के अंतर्गत जहां एक तरफ ग्राम पंचायतों को प्रोत्साहन राशि दी गई तो वहीं दूसरी तरफ ग्राम पंचायत सचिवों को भी लैपटॉप दिया गया। जिससे कि ग्राम पंचायत सदस्यों को भी इस तकनीक से जोड़ा जा सके। पंचायत संबंधी विकास कामों को आसानी से किया जा सके। इस दौरान CM योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य, वित्त मंत्री सुरेश खन्ना और राज्य ग्राम विकास मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम मौजूद रहे।
UP जिस हालत में मिला था, आज मॉडल के रूप में उभरा...ये आसान नहीं
वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा, मुख्यमंत्री ने इन 6 वर्षों में लोगों की सोच बदली है। उत्तर प्रदेश जिस हालत में मिला था, आज मॉडल के रूप में उभर कर दुनिया के सामने कितना स्थापित हो गया, यह आसान बात नहीं। ग्राम पंचायतों में कन्वेंशन सेंटर लगने जा रहा है, जिसके लिए सरकार राशि भी दे रही है और सब्सिडी भी दे रही है। ये सम्मान बहुत ही ज्यादा प्रेरणादायक है। यहां पर जितने भी लोग बैठे हैं, वह यह महसूस करते होंगे कि अगले वर्ष हमें भी इसी तरह से इनाम मिला और सम्मानित किया जाए। हमारी नई योजना हर घर जल आ रही है, जिससे सभी को शुद्ध पीने का पानी मिलेगा।
केशव ने की राहुल गांधी के बयानों की निंदा
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, आज का दिन ग्राम पंचायतों के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। इस बात को लेकर प्रसन्नता ऐसी है कि जो लोग कैलिफोर्निया में बैठे हैं और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं, इसकी तारीफ कर रहे हैं। उसी समय कांग्रेस के एक नेता अमेरिका गए हैं और वह किस तरह की बयानबाजी कर रहे हैं। मैं उसकी निंदा करता हूं। अमेरिका में बसे भारतीयों का अभिनंदन करता हूं। केशव ने राहुल गांधी का नाम लिए बिना अमेरिका में उनकी बयानबाजी की निंदी की है।
सीमित बजट वाले ग्राम पंचायतों को होगा फायदा
प्रोत्साहन पुरस्कार की राशि से उन ग्राम पंचायतों को सीधे तौर पर फायदा मिलेगा, जिनके पास सीमित बजट होता था लेकिन विकास कार्यों को पूरा नहीं कर पाते थे। ग्राम पंचायतों में गोशाला, कांजी हाउस की मरम्मत, सरल और अपशिष्ट पदार्थ प्रबंधन काम, ग्राम पंचायत की आय के स्रोत संबंधी काम, ग्राम पंचायत में पंचायत भवन न होने पर एक या दो कमरे का निर्माण, पंचायत भवन कार्यालय की स्थापना कराना, कंप्यूटर, प्रिंटर आदि खरीदना... यह सभी वह काम रहे हैं जो पैसों की कमी के कारण पूरे नहीं हो पाते थे। जिन को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री प्रोत्साहन राशि काफी हद तक कारगर रहेगी।
पांच श्रेणियों में मिली पुरस्कार राशि
प्रथम आने वाली पंचायतों को 11 लाख रुपए।
द्वितीय आने वाली पंचायतों को 9 लाख रुपए।
तृतीय आने वाली पंचायतों को 6 लाख रुपए।
चतुर्थ आने वाली पंचायतों को 4 लाख रुपए।
पंचम आने वाली पंचायतों को 2 लाख रुपए।