अपने अमेरिका दौरे के दारन कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मुस्लिम लीग को लेकर जो बयान दिया है उसपर देश की राजनीति गर्म हो गई है। राहुल ने मुस्लिम लीग को राहुल ने धर्मनिरपेश बताया था। इसके बाद भाजपा उनपर जबरदस्त तरीके से हमलावर है। हालांकि, अब कांग्रेस की ओर से पर पलटवार किया गया है। कांग्रेस ने साफ तार पर कहा है कि यह वह मुस्लिम लीग है जिसके साथ भाजपा ने नागपुर नगरपालिका में गठबंधन किया था।
कांग्रेस का दावा
कांग्रेस पार्टी के मीडिया और प्रचार विभाग के अध्यक्ष, पवन खेड़ा ने कहा कि मुझे लगता है कि आज की भाजपा - जो कि मोदी और अमित शाह की है - को भारतीय राजनीति का ज्ञान नहीं है। उन्हें पाकिस्तान की राजनीति का ज्ञान हो सकता है, लेकिन भारत का नहीं। अपने बयान में उन्होंने कहा कि जिस श्यामा प्रसाद मुखर्जी जिन्ना की मुस्लिम लीग के साथ गठबंधन किया था। यह मुस्लिम लीग नहीं है। उन्होंने कहा कि यह वह मुस्लिम लीग है जिसके साथ बीजेपी ने नागपुर नगरपालिका में गठबंधन किया था। यह वह मुस्लिम लीग है जिसके ई. अहमद को अटल बिहारी वाजपेयी ने भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए संयुक्त राष्ट्र (जिनेवा) भेजा था।
भाजपा का आरोप
हरियाणा के गृह मंत्री अनिल विज अपने बयान में कहा कि राहुल गांधी को शायद यह पता नहीं है कि हिंदुस्तान आज़ाद हो चुका है और यहां की समस्याओं का समाधान यहां की सरकार ही करेगी। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी लगातार हेट इंडिया कैंपेन चला रहे हैं। वे मोहब्बत के बाज़ार में नफरत के सौदागर बन गए हैं। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा कि यह बहुत ही दुखद है। विदेशी धरती पर इस प्रकार की बयानबाज़ी करना देश बिल्कुल स्वीकार नहीं करेगा।
राहुल गांधी के रूह में जिन्ना
केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद सिंह पटेल ने कहा कि मुस्लिम लीग को धर्मनिरपेक्ष कहना यह ज्यादा खतरनाक है...राहुल गांधी यह कहकर बंटवारे का बीजारोपण कर रहे हैं। कांग्रेस व राहुल गांधी के रूह में जिन्ना रहता है। यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, 2024 के चुनाव सामने हैं, वह (राहुल गांधी) जो कुछ भी कहना चाहते हैं, उन्हें यहां जनता के बीच आना चाहिए और बोलना चाहिए। वह विदेशी धरती पर देश का अपमान क्यों कर रहे हैं? उन्हें इसके लिए माफी मांगनी चाहिए।