अयोध्या में सनबीम स्कूल की छात्रा की मौत मामले में मंगलवार को 29 सेकेंड का एक नया वीडियो सामने आया है। बिल्डिंग से छात्रा के गिरने के बाद दौड़कर एक व्यक्ति आता है। छात्रा को कंधे पर उठाकर ले जाता है। पीछे-पीछे एक महिला भी दौड़कर आती है। बताया जा रहा है कि ये दोनों गार्ड और स्कूल में काम करने वाली महिला हैं।
वहीं, SIT ने इस मामले की जांच शुरू कर दी। सोमवार दोपहर 3 बजे से रात 3 बजे तक यानी 12 घंटे स्कूल में सबूत इकट्ठा किए। इस दौरान मृतक छात्रा के परिजन भी टीम के साथ मौजूद रहे। SIT ने स्कूल में घटना के दिन मौजूद 20 स्टाफ और छात्रों के भी बयान दर्ज किए। यह भी पता चला कि छात्रा जिस जगह पर गिरी थी। वहां से खून के धब्बे एक स्टाफ ने पानी से साफ किए थे।
12 घंटे SIT ने स्कूल के कोने-कोने की जांच की
SIT को लीड कर रहे सीओ सिटी के नेतृत्व में विशेषज्ञों की टीम सनबीम स्कूल पहुंची। SIT ने वारदात वाली जगह की जांच की। एक-एक प्वाइंट पर बारीकी से छानबीन की। वीडियोग्राफी करवाई। नए सिरे से CCTV फुटेज खंगाले। फिंगर प्रिंट की भी जांच की। स्कूल के मेन गेट से लेकर प्रिंसिपल ऑफिस तक छात्रा की एंट्री करने, वहां से निकलने, नीचे गिरने, वहां से उठाने के फुटेज की बारीकी से जांच की। वॉइस रिकॉर्डिंग भी सुनी।
स्कूल की सभी मंजिल पर विशेषज्ञों के साथ जाकर जांच टीम ने कुछ नमूने भी जुटाए। SIT ने इस प्वाइंट को भी जांच किया कि कहीं छात्रा को स्कूल बुलाना किसी साजिश का हिस्सा तो नहीं। इसके अलावा, प्रिंसिपल से 39 मिनट क्या बात हुई। अंतिम 6 मिनट में क्या हुआ। इसका भी पता लगाने की कोशिश की।
स्कूल में एक घंटे रही थी छात्रा, फिर गिरने की फुटेज सामने आई
शुक्रवार के दिन जिस दिन घटना हुई उस दिन छात्रा करीब एक घंटे तक स्कूल कैंपस में रही थी। सूत्रों ने CCTV के आधार पर बताया कि छात्रा सुबह 8:41 बजे स्कूल पहुंची थी। फिर 8:51 बजे प्रिंसिपल रश्मि भाटिया के कार्यालय में मिलने के लिए पहुंची। करीब 39 मिनट प्रिंसिपल के कमरे में रहने के बाद वह 9:30 बजे बाहर निकलती है। 9:33 बजे जीने से छत की ओर जाती दिखाई दी। फिर सुबह 9:39 बजे बाहर लगे CCTV कैमरे में गिरते हुए दिखाई दी। SIT ने हर उस जगह की जांच की, जहां-जहां छात्रा रही थी।
छात्रा के मोबाइल में क्या मिला? यह क्लीयर नहीं
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, स्कूल के सेकेंड फ्लोर से वारदात के 15 घंटे बाद छात्रा का मोबाइल और चश्मा बरामद किया था। उस समय सेकेंड फ्लोर पर मिट्टी भी मिली थी, जो किसी जूते के निशान की थी। SIT जांच के दौरान इन पहलुओं पर भी गहनता से जांच की गई।
बताया जा रहा है कि इस मामले को सुलझाने में SIT को मोबाइल से काफी मदद मिल सकती है। हालांकि, पुलिस अधिकारी अभी इस बारे में कुछ भी बताने से इनकार कर रहे हैं। मोबाइल खुला या नहीं? इस बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी।
मैनेजर सहित 4 हिरासत में
छात्रा की मौत मामले में परिजनों ने सनबीम स्कूल के मैनेजर बृजेश यादव, प्रिंसिपल रश्मि भाटिया, गेम टीचर अभिषेक कन्नौजिया के खिलाफ गैंगरेप, पॉक्सो एक्ट, हत्या, साक्ष्य छिपाने समेत गंभीर धाराओं में केस दर्ज कराया था। पुलिस ने मैनेजर बृजेश यादव, प्रिंसिपल रश्मि भाटिया, गेम टीचर अभिषेक कन्नौजिया सहित चार लोगों को हिरासत में लिया है। हालांकि, पूछताछ में उन्होंने क्या बताया है। इस बारे में पुलिस ने कोई जानकारी नहीं दी है। पुलिस इस केस में अब तक बार-बार यही कह रही है कि जांच की जा रही है।
जल्द हो सकता है घटना का खुलासा
SIT का नेतृत्व कर रहे सीओ सिटी शैलेंद्र सिंह ने बताया कि सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है। जांच के दौरान छात्रा के परिजन भी रहे हैं। घटनास्थल और परिसर का निरीक्षण किया गया। हर प्वाइंट की जांच की। उनका दावा है कि जल्द ही घटना का खुलासा किया जा सकता है।
वहीं, छात्रा की स्लाइड की जांच रिपोर्ट भी मंगलवार को आ सकती है। वहीं, लखनऊ के लैब विशेषज्ञ भी मामले की जांच करने के लिए पहुंच सकते हैं। इसके अलावा, फोरेंसिक टीम भी सीन रिक्रिएट कर सकती है।
सनबीम स्कूल को 6 बिंदुओं पर DIOS को देनी होगी जानकारी
छात्रा की मौत के बाद स्कूल प्रशासन पर शिकंजा कसता जा रहा है। जिला विद्यालय निरीक्षक (DIOS) वीरेश कुमार वर्मा ने सोमवार को छह बिंदुओं पर स्कूल प्रशासन से दो दिन के अंदर जबाब मांगा है। DIOS अब स्कूल के मानकों की जांच करेंगे। उनके मुताबिक, दोषी पाए जाने पर विद्यालय की मान्य को रद्द करने के लिए CBSE को पत्र भी भेजा जाएगा।
स्कूल प्रशासन से CBSE बोर्ड, नई दिल्ली से मिली मान्यता की प्रमाणित प्रति मांगी है।
सोसाइटी अथवा ट्रस्ट के बायलाज की पूरी जानकारी मांगी गई है।
जमीन का पूरा विवरण भी स्कूल प्रशासन को देना होगा। इसमें स्कूल की जमीन किसके नाम है, बैनामा है अथवा लीज पर जमीन तो नहीं ली गई है जैसी बातें शामिल हैं।
जिला विद्यालय निरीक्षक स्तर पर मिला अनापत्ति प्रमाण पत्र (NOC) भी मुहैया कराना होगा।
विद्यालय के प्रबंध समिति द्वारा शिक्षा निदेशक की ओर से नामित एक सदस्य को स्कूल में कितनी बार बुलाया गया है। तारीख के अनुसार पूरा विवरण स्कूल प्रशासन को देना होगा।
CBSE बोर्ड द्वारा छात्र-छात्राओं की सुरक्षा को लेकर जारी गाइड लाइन का कितना पालन हो रहा है। इसकी जानकारी भी स्कूल प्रशासन को मुहैया करानी होगी।
अयोध्या के सनबीम स्कूल में 10वीं की छात्रा की मौत के मामले में पुलिस के हाथ खाली हैं। 30 लोगों से पूछताछ के बाद भी अभी तक कोई अहम सबूत हाथ नहीं लगा है। चौंकाने वाली बात यह है कि फोरेंसिक टीम को स्कूल में खून के धब्बे नहीं मिले हैं। जबकि इलाज के दौरान छात्रा को 2 यूनिट ब्लड चढ़ाना पड़ा था। ऐसे में माना जा रहा है कि छात्रा की हत्या को छिपाने के लिए सबूत मिटाए गए हैं। वहीं, मौत की गुत्थी सुलझाने के लिए अब SIT को जांच सौंपी गई है। SIT मर्डर सीन रिक्रिएट करने की तैयारी में है