UP भवन में यौन शोषण के आरोपी की सफाई, कहा-नार्को टेस्ट के लिए तैयार हूं

UP भवन में यौन शोषण के आरोपी की सफाई, कहा-नार्को टेस्ट के लिए तैयार हूं

दिल्ली के UP भवन में अभिनेत्री के साथ यौन उत्पीड़न मामले में आरोपी राजवर्धन सिंह परमार ने सफाई दी है। परमार ने कहा कि वह नशा मुक्ति, लव जिहाद और मजार मुक्त भारत को लेकर अभियान चला रहे हैं। इसलिए उनके खिलाफ साजिश की गई है। मैं नार्को टेस्ट के लिए तैयार हूं। इस साजिश का पर्दाफाश करके रहूंगा।

इधर, पीड़िता ने दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने में दर्ज कराई गई एफआईआर में घटना को लेकर डिटेल में जानकारी दी है। FIR के मुताबिक, आरोपी राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी से मुलाकात कराने के बहाने ले गया था। वहां उसके साथ जबरदस्ती की कोशिश की। धमकी दी कि तुम्हारा करियर बना दूंगा और एक मिनट में बिगाड़ भी दूंगा। पीड़िता बंग्ला फिल्मों से जुड़ी हुई है।

उधर, यूपी सरकार ने यूपी भवन के व्यवस्था अधिकारी दिनेश कारूष, राकेश चौधरी और पारस को सस्पेंड कर दिया है। अब यूपी भवन के RC और ARC पर भी कार्रवाई हो सकती है। इस मामले में सीएम और राज्यपाल की ओर से कार्रवाई किए जाने के बाद राजीव तिवारी को यूपी भवन की जिम्मेदारी दी गई है। पुलिस ने जिस कमरे में वारदात हुई उस कमरा नंबर-122 को सील कर दिया है।

चलिए, आपको बताते हैं कि आरोपी और पीड़िता ने क्या-क्या कहा? पहले बात पीड़िता की...

कमरा लॉक करके मेरे सामने खड़ा हो गया

पीड़िता की तरफ से दर्ज FIR के मुताबिक, राजवर्धन सिंह परमार खुद को BJP नेता और राजनाथ सिंह को अपना ताऊ बताता है। मेरी पहली बार उससे मुलाकात 25 मई 2023 को विट्ठल भवन पटेल चौक दिल्ली के कैफे कॉफी शॉप में हुई। उसने मुझे 26 मई 2023 को भी इसी भवन पर बुलाया और मुझे ये कहकर यूपी भवन ले गए कि चलो आपको वहां नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह से मिलवाने की बात कही। रूम में जाकर देखा तो वहां कोई नहीं था। अंदर से लॉक लगाकर राजवर्धन सिंह परमार ने वेट करने के लिए कहा कि कुछ देर में दोनों नेता आ रहे हैं, उसके बाद मीटिंग हो जाएगी।

FIR के मुताबिक, इस दौरान आरोपी बाथरूम से गया। वहां कपड़े उताकर बाहर आया और मेरे सामने खड़ा हो गया। मैंने भागने की कोशिश की तो जबरदस्ती करने लगा। मुझे धमकी देने लगा कि तुम्हारा करियर बना दूंगा और एक मिनट में बिगाड़ भी दूंगा।

हालांकि FIR कॉपी में महिला ने ये बात भी साफ तौर पर लिखी है कि वो अपना मेडिकल परीक्षण नहीं कराना चाहती।

अब पढ़िए आरोपी राजवर्धन की सफाई...

इस मामले में आरोपी राजवर्धन सिंह परमार खुद को महाराणा प्रताप सेना का राष्ट्रीय अध्यक्ष बताया है। मामला सामने आने के बाद उसने फेसबुक पर लाइव आया और सफाई दी। साथ ही, अपने संगठन के नोट पैड पर रिलीज जारी की। आरोपी ने भास्कर से भी बात की। उसने दावा किया उसको फंसाया जा रहा है।

मुझसे 50 हजार मांगे, नहीं दिए तो केस दर्ज कराया

आरोपी राजवर्धन सिंह परमार ने बताया कि 26 मई को दिल्ली में नशा मुक्ति को लेकर एक कार्यक्रम था। मैं घर से निकला और विट्ठल भाई पटेल हाउस पर पहुंचा। यहां वो महिला मिली थी। उन्हें भी इसी कार्यक्रम में जाना था। वो मेरी गाड़ी में बैठ गईं। उन्होंने मुझसे कहा कि मुझे भूख लगी है। मैंने ड्राइवर को बोलकर गाड़ी UP भवन पर लगा ली।

वहां मैंने 2 लस्सी का ऑर्डर की। लस्सी आने में देरी होने पर हम वहां से बिना कुछ खाए-पिए निकल गए। इसके बाद हम दोनों नशा मुक्ति कार्यक्रम में शामिल हुए अपने गंतव्य को निकाल गए। कुछ देर बाद उस महिला ने मुझे वॉट्सऐप कॉल किया और 50 हजार रुपए मांगे। रुपए न देने पर मुझे रेप केस में फंसाने की धमकी दी और कॉल कट गई। मुझ पर लगे आरोप झूठे हैं। मैं हर प्रकार की जांच और नार्को टेस्ट तक के लिए तैयार हूं। दिल्ली पुलिस ने मुझसे इस केस में अभी तक कोई संपर्क नहीं किया है।

राजवर्धन सिंह ने कहा, अगर कुछ गलत हुआ तो महिला ने उसी वक्त यूपी भवन के रिसेप्शन पर ये बात क्यों नहीं बताई? वो मेरे साथ नशा मुक्ति कार्यक्रम में क्यों गई? मैं उस महिला से 25 मई को पहली बार मिला और एक दिन बाद ही 26 मई को उसने मुझ पर आरोप लगा दिए। दिल्ली पुलिस इस केस की निष्पक्ष जांच करे।

दोनों कमरे में साथ गए, 43 मिनट बाद राजवर्धन बाहर आया

पुलिस ने यूपी भवन की CCTV की पुलिस ने जांच की। इसमें आरोपी राजवर्धन 26 मई को 12.22 बजे आते दिख रहा है। साथ में पीड़ित महिला भी है। दोनों कमरा नंबर-122 में चले जाते हैं। इसके बाद 1.05 बजे कमरे से बाहर निकलता दिखता है। 27 मई की शाम को युवती ने परमार के खिलाफ थाने में शिकायत दी। पुलिस इस मामले में सबूत जुटाने में लगी है।

राजवर्धन उन लोगों में शामिल नहीं, जिन्हें कमरा मिल सके

दिल्ली पुलिस की छानबीन में सामने आया कि यूपी भवन में वारदात के वक्त स्वागत पटल पर राकेश चौधरी और पारस मौजूद थे। इन लोगों ने आरोपी राजवर्धन को कमरा उपलब्ध कराया। बताया जा रहा है कि आरोपी राजवर्धन सिंह परमार उन लोगों की सूची शामिल नहीं है, जिन्हें यूपी भवन में कमरा आवंटित किया जाए।

कमरा सील किया, फोरेंसिक ने सबूत जुटाए

पुलिस ने फोरेंसिक टीम को बुलाकर 122 नंबर कमरे की जांच कराई। मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। फिलहाल, अग्रिम आदेश तक कमरे को बंद कर दिया गया है। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि इस दौरान वहां पर मौजूद कर्मचारियों से राजवर्धन ने कहा कि किसी बड़े अधिकारी के लिए कमरे की जरूरत है। इस पर वहां मौजूद कर्मचारियों ने कमरा नंबर-122 खोला था।

यूपी के हरदोई से है राजवर्धन, लखनऊ से लड़ा लोकसभा चुनाव

राजवर्धन सिंह परमार उत्तर प्रदेश में जिला हरदोई के रहने वाले हैं। ये साल 2004 से 2020 तक लोक जनशक्ति पार्टी से जुड़कर शाहजहांपुर, हरदोई और लखनऊ में विभिन्न पदों पर रहे हैं। साल-2019 में लखनऊ से चेतना मंच पार्टी से लोकसभा चुनाव लड़ चुका था। अब दिल्ली के विट्ठल भाई पटेल हाउस में रह रहे हैं। राजवर्धन सिंह के मुताबिक, वे महाराणा प्रताप सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। ये संस्था लव जिहाद, नशा मुक्ति जैसे अभियानों पर काम करती है।


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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