कांग्रेस नेता पी चिदंबरम ने सोमवार को कहा कि 2024 के राष्ट्रीय चुनावों से पहले गैर-भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) दलों को एक साथ लाने का काम चल रहा है और यदि वे सफल होते हैं तो वे 543 लोकसभा सीटों में से 400 से 450 पर साझा उम्मीदवार उतार सकते हैं। पी चिदंबरम का यह बयान ऐसे समय में आया है जब विपक्षी नेता लगातार एकजुटता की कोशिश कर रहे हैं। कांग्रेस के नेता कई बार विपक्षी एकता की अपील कर चुके हैं। वहीं, वर्तमान में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी इस कोशिश में लगे हैं।
पी चिदंबरम ने क्या कहा
2024 के लोकसभा चुनाव की रणनीति के बारे में पूछे जाने पर, कांग्रेस सांसद पी चिदंबरम ने कहा कि मेरे विचार से, अगर गैर-बीजेपी विपक्षी दल एक साथ हो जाते हैं, संभव है कि 450 सीटों पर हम बीजेपी के खिलाफ एक साझा उम्मीदवार उतार सकें। लेकिन यह एक इच्छा है। उन्होंने कहा कि पार्टियां 12 जून को पटना में बैठक कर रही हैं। यह कार्य प्रगति पर है। यह होगा लेकिन इसमें कुछ समय लगेगा। हमारी पार्टी की लाइन है कि जहां तक संभव हो सभी गैर-भाजपा पार्टियों को एक साथ आना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर वे साथ आ जाएं तो हो सकता है कि 400 से 450 सीटों पर हम बीजेपी के खिलाफ एक कॉमन कैंडिडेट उतार दें।
12 जून को पटना में बैठक
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार लगातार विपक्षी एकता की कवायद में पिछले कई दिनों से जुटे हुए है। इस सब के नीतीश की मेहनत रंग लेती नजर आ रही है। खबर यह है कि 12 जून को विरोधी दलों की बहुप्रतीक्षित बैठक पटना में आयोजित हो सकती है। इसको लेकर महागठबंधन के नेता सक्रिय भी हो चुके हैं। 12 जून को यह बैठक बिहार की राजधानी पटना में होगी। खबर यह भी है कि कांग्रेस नीतीश की इस बैठक में शामिल होने को लेकर निमंत्रण स्वीकार भी कर लिया है। इससे पहले नीतीश कुमार दिल्ली में कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे और राहुल गांधी से दो बार मुलाकात कर चुके हैं।