संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा घोषित सिविल सेवा परीक्षा 2022 के परिणामों ने जम्मू-कश्मीर को इस बार विशेष रूप से खुश कर दिया है। केंद्र शासित प्रदेश के तीन उम्मीदवारों ने इस बार परीक्षा पास कर नया कीर्तिमान स्थापित कर दिया है। प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा में राष्ट्रीय स्तर पर सातवां स्थान हासिल करने वाले जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में डूरू निवासी वसीम अहमद भट ने पिछले साल इस परीक्षा में 225वां रैंक हासिल किया था। इस बार उन्होंने शानदार कामयाबी हासिल की। अपने बेटे की इस उपलब्धि से उत्साहित वसीम अहमद भट के पिता मोहम्मद यूसुफ भट ने कहा, ‘‘मेरे बेटे ने पिछले वर्ष भी परीक्षा उत्तीर्ण की थी। इससे पहले उसने 225वां रैंक प्राप्त किया था और अब उसने सातवां स्थान हासिल किया है। मुझे खुशी है। यह अनंतनाग सहित कश्मीर के लिए खुशखबरी और प्रेरणादायक है। हम सभी ईश्वर के आभारी हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘उनका परिवार हमेशा से चाहता था कि भट आईएएस अधिकारी बने और आज ईश्वर ने हम सभी मनोकामना पूरी कर दी।’’
देखा जाये तो जम्मू-कश्मीर में पुंछ का सीमावर्ती शहर अक्सर गलत कारणों से चर्चा में रहता है। यहां कई बार आतंकी हमले हो चुके हैं तथा आतंकवादियों के खिलाफ गहन सुरक्षा अभियान भी यहां प्राय: चलाये जाते रहे हैं। गोलियों और बंदूकों की आवाज से यहां कोई अजनबी नहीं है। किंतु पुंछ आज बहुत खुश है। इसकी एक निवासी परसंजीत कौर ने संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आयोजित भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की परीक्षा में 11वीं रैंक प्राप्त की है। उनकी सफलता की खबर फैलते ही कस्बे में खुशी की लहर दौड़ गई। फार्मासिस्ट निर्मल सिंह और दर्शन कौर की बेटी परसंजीत कौर ने स्वास्थ्य और शिक्षा क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देने के साथ जम्मू-कश्मीर के लोगों की सेवा करने की इच्छा व्यक्त की। इसके अलावा जम्मू के कठुआ इलाके के नितिन सिंह ने 32वीं रैंक हासिल की है। उन्होंने कहा है कि देश की सेवा का जज्बा मन में शुरू से ही था।
हम आपको बता दें कि यूपीएससी ने कहा है कि 933 अभ्यर्थियों ने सिविल सेवा परीक्षा उत्तीर्ण की है, जिसमें 613 पुरूष और 320 महिलाएं हैं। यूपीएससी ने बताया कि शीर्ष 25 उम्मीदवारों में 14 महिलाएं और 11 पुरूष हैं। उल्लेखनीय है कि यूपीएससी द्वारा सिविल सेवा परीक्षा सालाना तीन चरणों में आयोजित की जाती है, जिनमें अभ्यर्थियों को प्रारंभिक, मुख्य परीक्षा और साक्षात्कार से गुजरना होता है। इस परीक्षा के जरिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) समेत अन्य सेवाओं के अधिकारियों का चयन किया जाता है।