भारत जी20 की अध्यक्षता कर रहा है। पर्यटन पर कार्यकारी समूह की तीसरी बैठक जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में हो रहा है। इसमें 17 देशों के 60 प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। आज इस बैठक का दूसरा दिन है। केंद्रीय मंत्री जी किशन रेड्डी ने आज कहा कि पर्यटन मंत्रालय और भारत सरकार सभी जी20 सदस्य देशों और सभी अंतर्राष्ट्रीय संगठनों के साथ काम करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि लोगों और ग्रह को लाभ पहुंचाने वाली स्थायी प्रथाओं को बढ़ावा दिया जा सके। श्रीनगर में शिल्प कौशल की एक विस्तृत श्रृंखला है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस अवसर पर कहा कि हमारे यहां दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज है।
मंत्री ने अपने संबोधन में आगे कहा कि जहां तक अर्थव्यवस्था, पर्यावरण और समाज के प्रति हमारे दायित्व का संबंध है, भारत वैश्विक जिम्मेदारी साझा करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि युवा अत्यधिक जानकार हैं और वे भारत के प्रधान मंत्री द्वारा पेश किए गए विशाल अवसरों को देख सकते हैं। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि श्रीनगर का आम आदमी पीएम मोदी के नेतृत्व वाली वैश्विक यात्रा का हिस्सा बनना चाहता है। इस बैठक में एलजी मनोज सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर हमेशा ज्ञान और लुभावनी परिदृश्य का केंद्र रहा है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि 30 वर्षों तक शांति की इस भूमि को हमारे पड़ोसी देश द्वारा राज्य प्रायोजित आतंकवाद का शिकार होना पड़ा।
मनोज सिन्हा ने कहा कि पीएम मोदी राज्य को सशक्त बनाने वाली विकास योजनाएँ लेकर आए। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर अब एक नए युग के लिए खुला है जो शांति और विकास पर केंद्रीत है। आज जम्मू-कश्मीर देश के विकसित राज्यों में से एक के रूप में खड़ा है। इससे पहले इस बहुप्रतीक्षित कार्यक्रम के लिए अधिकारियों ने व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की है और जम्मू-कश्मीर की ग्रीष्मकालीन राजधानी को सजाया गया है। स्थानीय कलाकारों द्वारा प्रस्तुति के साथ श्रीनगर हवाई अड्डे पर प्रतिनिधियों का भारतीय परंपरा के अनुरूप स्वागत किया गया। तीन दिवसीय बैठक मुख्य कार्यक्रम से इतर ‘आर्थिक विकास और सांस्कृतिक संरक्षण के लिए फिल्म पर्यटन’ पर एक कार्यक्रम के साथ शुरू हुई।