बलिया: उत्तर प्रदेश में बलिया जिला मुख्यालय के कोतवाली क्षेत्र के माल्देपुर गंगा घाट पर सोमवार सुबह मुंडन संस्कार में शामिल होने आए श्रद्धालुओं की एक नाव के डूबने से हादसे में मृतकों की संख्या बढ़कर चार हो गयी है। पुलिस ने मंगलवार को बताया कि मामले में दो नाविकों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करके दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि माल्देपुर गंगा घाट पर सोमवार सुबह श्रद्धालुओं से भरी एक नाव के डूबने से दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। सदर इलाके के पुलिस क्षेत्राधिकारी (सीओ) अशोक कुमार मिश्र ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की टीम ने सुबह गंगा नदी से सुरेंद्र यादव (32) का शव बरामद किया है, इससे पहले सोमवार को गंगोत्री देवी (55), इंद्रावती (60) व सीमा (32) के शव बरामद किए गए थे।
मिश्र ने बताया कि अब किसी और के लापता होने की आशंका नहीं है, ऐसे में एनडीआरएफ की टीम ने राहत और बचाव कार्य बंद कर दिया है। सीओ ने बताया कि नाव हादसा मामले में फेफना थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात दो नाविकों मुंजी और राम दयाल के विरुद्ध भारतीय दण्ड संहिता की धारा 282 (जलयान पर अत्यधिक भार से दूसरों के जीवन को खतरे में डालना)व 304 (गैर इरादतन हत्या) में नामजद मुकदमा दर्ज किया गया है। पुलिस ने मंगलवार को दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
इसके पहले बलिया के जिलाधिकारी रवींद्र कुमार ने सोमवार को बताया था कि बलिया शहर कोतवाली क्षेत्र के माल्देपुर गंगा घाट पर सोमवार को मुंडन संस्कार के लिए सुबह करीब साढ़े आठ बजे एक नाव पर लोग सवार होकर नदी के दूसरी ओर जा रहे थे कि नाव के इंजन में कुछ गड़बड़ी आ गईं और इसके बाद तेज हवा से नाव पलट गई। हादसे के बाद नाविक फरार हो गया। घटना के बाद जिला प्रशासन ने जिले में गैर पंजीकृत नावों के संचालन पर रोक लगाते हुए नाव दुर्घटना को रोकने के संबंध में विस्तृत दिशा निर्देश दिए हैं। जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने उत्तर प्रदेश नाव सुरक्षा एवं नाविक कल्याण नीति-2020 के अंतर्गत जिला स्तर पर नाव दुर्घटना को रोकने के संबंध में सोमवार शाम को विस्तृत दिशा निर्देश दिए।