रामचरितमानस , देवी देवताओं के विरुद्ध अक्सर मोर्चा खोलते रहने वाले निवर्तमान भाजपा और वर्तमान सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या आज सपा के ही Hardoi दफ्तर में माँ दुर्गा जी की तस्वीर के सानिध्य में ही पत्रकारों से बात करते रहे , अपनी पार्टी के नेताओं का आतिथ्य स्वीकार करते रहे । वैसे बदले बदले से तो नज़र आये आज स्वामी कुछ , पूर्व के अपने दाल भात में मूसल न बने टाइप बयानों की अपेक्षा आज डिफेंसिव मोड में भी दिखे स्वामी प्रसाद ।
बताना ये भी जरुरी है कि सपा हरदोई जिला के अध्यक्ष बीरे यादव के मुताबिक वो माँ दुर्गा के अनन्य भक्त हैं , उन्होंने ही अपने अध्यक्ष बनते ही कार्यालय में माँ दुर्गा की ये तस्वीर लगाई है , पत्रकारों ने मौज मौज में ऑफ द रिकार्ड सपा अध्यक्ष से चुटकी लेते हुए कहा कि अगर स्वामी प्रसाद मौर्य उनसे ये तस्वीर हटाने को कह देंगे तो क्या करेंगे ?
इस पर सपा अध्यक्ष ने जो जबाब दिया उसका शालीन सार यही था कि लौझड़ भले हो जाये तस्वीर नही हटेगी , हालांकि ऐसा कोई दुर्योग बना नही ।
उत्तर प्रदेश के हरदोई जिले में सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या ने बागेश्वर धाम के संत धीरेन्द्र शास्त्री पर हमला बोला है। सपा नेता ने कहा जो लोग हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं वह देश को फिर से बंटवारे की ओर ले जा रहे हैं यानी देश को फिर से बांटने का बीज बो रहे हैं हिंदू राष्ट्र की मांग करना संविधान विरोधी बात है राष्ट्र विरोधी बात है इसलिए जो भी राष्ट्र विरोधी बात करता है संविधान विरोधी बात करता है वह देश का हितैषी नहीं है उन्होंने कहा नयी संसद का उद्घाटन महामहिम राष्ट्रपति जी को ही करना चाहिये उन्होंने दो हजार के नोट बलदलने में नियम शिथिल करने को लेकर बीजेपी को कठघरे में खड़ा किया
हरदोई में पत्रकारों से बात करते हुए सपा के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी प्रसाद मौर्या से सवाल किया गया
सवाल --- हिंदू राष्ट्र को लेकर बागेश्वर बाबा प्रचार प्रसार कर रहे है इस पर आपका क्या कहना है
उत्तर --कभी भारत में नेपाल भी था अफगानिस्तान भी था पाकिस्तान की पैदावार नहीं थी और ना ही बांग्लादेश था कभी भारत की सीमा इराक और ईरान तक जाती थी ऐसे ही षड्यंत्रकारी समय-समय पर देश को बांटने के लिए काम किए हैं आज जब भारतीय संविधान कहता है कि हम पंथनिरपेक्ष राष्ट्र की कल्पना करते हैं हमारे देश की संस्कृति है हिंदू मुस्लिम सिख ईसाई सब आपस में भाई भाई और जब वसुदेव कुटुंबकम का संदेश इसी भारत भूमि से पूरी दुनिया में गया तो हम एक वर्ग जाति विशेष के नाम पर देश को बांटने का अपराध नहीं कर सकते जो लोग हिंदू राष्ट्र की बात कर रहे हैं वह देश को फिर से बंटवारे की ओर ले जा रहे हैं यानी देश को फिर से बांटने का बीज बो रहे हैं हिंदू राष्ट्र की मांग करना संविधान विरोधी बात है राष्ट्र विरोधी बात है इसलिए जो भी राष्ट्र विरोधी बात करता है संविधान विरोधी बात करता है वह देश का हितैषी नहीं है
सवाल --रामचंद्र जी दलित बिरादरी सबके चहेते थे झठे बेर खा लेते थे आप रामचंद्र जी का विरोध करते है
जबाब -- हमने रामचंद जी का कभी विरोध किया ही नहीं जो लोग इस प्रकार की बात करते हैं वह भ्रामक प्रचार कर रहे हैं
सवाल ---ढोल गवार पशु नारी शुद्र पशु नारी वाला
यह राम चरित जी का चरित्र नहीं था रामचरित जी का चरित्र सही बात में तो शबरी के जूठे बेर खाए आदिवासियों को गले लगाया , निषादराज को गले लगाए , तो तुलसीदास जी तो भगवान राम के चरित्र के विपरीत काम किए हैं भगवान राम ने किसी को गाली नहीं दिया भगवान राम ने किसी को नीच नहीं था भगवान राम ने किसी को अधम नहीं कहा लेकिन तुलसीदास जी ने राम का नाम ले करके उन्होंने सब कुछ कह दिया स्वभाविक रूप से रामराज का मतलब वह जमाना गया आज संविधान है आज लोकतंत्र का राज होगा , पहले राजा रानी के पेट से पैदा होता था आज राजा जनता के वोट से पैदा होते हैं इसलिए लोकतंत्र में रामराज नहीं चल सकता
सवाल --नयी संसद का उद्घाटन कैसे करना चाहिए प्रधानमंत्री का नाम सामने आया है कुछ लोग कह रहे हैं कि राष्ट्रपति को करना चाहिए
जबाब --सही बात तो पद गरिमा के मुताबिक नयी पार्लियामेंट का उद्घाटन महामहिम राष्ट्रपति के कर कमलों द्वारा ही होना चाहिए और साथ ही साथ माननीय प्रधानमंत्री जी सदन के नेता हैं लेकिन दोनों पार्टियों के संयुक्त अधिवेशन को जब संबोधित करना होता है तो महामहिम राष्ट्रपति जी उसको संबोधित करती हैं इसलिए संवैधानिक मर्यादा , मान्यता परंपरा के आधार पर संसद का उद्घाटन महामहिम राष्ट्रपति जी को ही करना चाहिए
सवाल --2000 के नोट बदले जाएंगे फ़ार्म पहचान पत्र लगेगा आज बयान आया कि बगैर आईडी के नोट बदले जाएंगे इसको लेकर क्या सोचते हैं
जबाब ---यह भाजपा का गलत निर्णय था जो उसने 2000 रुपए का नोट जारी किया था और साथ ही साथ यह जानबूझकर के अपने चाहतों को काला धन का लाभ पहुंचाने भ्रष्टाचार के माध्यम से और मोटा करने के लिए 2000 रुपए के नोट जारी किए गए थे जब उनका काम हो गया तो आज उनको खत्म कर रहे हैं भाजपा की करेंसी नीति और भाजपा का 2000 का नोट जारी करने का निर्णय बिल्कुल गलत था स्वाभाविक रूप से भाजपा सरकार में भाजपा सरकार से जुड़े हुए लोग भाजपा की छत्रछाया में जीने वाले लोग बड़े पैमाने पर काला धन इकट्ठा कर लिए हैं बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार के माध्यम से अपनी थैली मजबूत कर ली है तिजोरी मजबूत कर ली है इसलिए उनको संरक्षण देने के लिए तरह-तरह के नियम बदले जा रहे हैं
सवाल --कल आपने राजभर जी को दगा कारतूस बताया था आज उनकी तरफ से बयान आया है उन्होंने आपको भगोड़ा कहा है
जबाब --हमें कोई रिएक्शन नहीं है चुकी उन्होंने कहा था कि अगर अखिलेश यादव जी और सोनिया जी ,मायावती जी सब एक हो जाए तो हम उनके पास चले आएंगे तो जब वह छोड़ कर चले गए हैं तो वह आने का सपना क्यों देख रहे हैं आप भाजपा की गोदी में है तो वहां रहकर वह खुश रहे उनके जाने का हमें कोई मलाल नहीं है लेकिन उन्होंने जो किया पूरे प्रदेश में देखा।