RBI ने 2 हजार के नोट को वापस लेने का ऐलान किया है। 30 सितंबर तक नोट बैंक एक्सचेंज करने की मोहलत दी गई है। सपा प्रमुख अखिलेश ने ट्वीट किया कि शासन मनमानी से नहीं, समझदारी से चलता है। वहीं, यूपी कैबिनेट के मंत्री संजय निषाद ने कहा कि ये आरबीआई का फैसला है। बाकी पहले की नोटबंदी देश हित में थी।
संजय निषाद बोले-नोटबंदी देश हित में था
यूपी कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने कहा कि आरबीआई का फैसला है, लेकिन इससे पहले जो नोटबंदी हुआ था। वह देश के हित में था। जिन लोगों ने नोटों को अपने घर में छुपा कर रखा था। उसकी वजह से हमारा ग्रोथ रेट घट गया था। लेकिन अब हमारी अर्थव्यवस्था पांचवें नंबर पर है।
अखिलेश ने कहा-कुछ लोगों को अपनी गलती देर से समझ आती है
अखिलेश यादव ने ट्वीट किया। कुछ लोगों को अपनी गलती देर से समझ आती है…। 2000 के नोट के मामले में भी ऐसा ही हुआ है। लेकिन इसकी सज़ा इस देश की जनता और अर्थव्यवस्था ने भुगतनी है। शासन मनमानी से नहीं, समझदारी और ईमानदारी से चलता है।
कांग्रेस पूर्व MLC ने कहा-नोट बंद करना सवाल खड़े करता है
कांग्रेस के पूर्व MLC रहे दीपक सिंह ने कहा कि 2000 नोट बंद करना, सरकार सवाल खड़े करता है। इसका चलन भी सरकार के द्वारा ही किया गया था। और बड़ी-बड़ी उपलब्धियां भी बताई गई थी। अब क्या हो गया?
RLD की तरफ से बयान- लोगों को परेशान करने वाला फैसला
RLD के राष्ट्रीय प्रवक्ता रोहित अग्रवाल ने कहा कि सरकार का तानाशाही वाला रवैया है। पहले से ही अर्थव्यवस्था खराब है। जो छोटे और खुदरा व्यापारी हैं, वह परेशान हैं। यह फैसला उनको और भी ज्यादा परेशान करेगा।