ग्रेटर नोएडा की शिव नाडर यूनिवर्सिटी में छात्रा स्नेहा की हत्या के बाद शुक्रवार देर रात शव कानपुर स्थित घर पहुंचा। बेटी की लाश देखकर परिवार के लोग बदहवास से हो गए। मां रोते-रोते बदहवास हो गई। पिता भी बेसुध हो गए। पिता राजकुमार बोले- सोचा था स्नेहा अफसर बनेगी... अब अर्थी उठा रहा हूं।
इस शव को लेने के लिए स्नेहा के पिता-मां और चाचा नोएडा यूनिवर्सिटी पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि जांच के लिए सीएम योगी से गुहार लगाएंगे। वहीं दूसरी तरफ, अनुज सिंह के परिवार वालों ने भी मीडिया से बातचीत में कहा कि हमारे बेटे को कैंसर नहीं था। वीडियो में उसने क्यों कहा। ये नहीं पता।
नोएडा पुलिस ने हत्यारोपी अनुज के खिलाफ आर्म एक्ट में एफआईआर लिखी है। कानपुर में छात्रा स्नेहा के अंतिम संस्कार की तैयारी की जा रही है।
अब आपको उस घर लेकर चलते हैं, जहां स्नेहा के माता-पिता रहते हैं...
पिता सेल्स टैक्स वकील, इकलौती बेटी थी स्नेहा
ये एरिया कानपुर के गुमटी नंबर-5 ओम नगर में आता है। यहां सेल्स टैक्स के वकील राजकुमार चौरसिया और उनकी पत्नी रेखा रहती हैं। उनकी इकलौती बेटी स्नेहा उर्फ यति ग्रेटर नोएडा की शिव नाडर यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन की पढ़ाई कर रही थी।
पिता राजकुमार चौरसिया और मां रेखा और परिवार के लोग ग्रेटर नोएडा गए थे। पोस्टमॉर्टम के बाद शुक्रवार रात को शव लेकर परिवार के लोग ओम नगर पहुंचे। तो चीख-पुकार मच गई। चाचा अनिल, बाबा ओमप्रकाश समेत परिवार के अन्य लोगों के रोने की आवाजें सुनकर मोहल्ले के लोग जमा हो गए।
पिता रोते हुए बोले- सोचा था बिटिया अफसर बनकर लौटेगी...। मां रेखा बोलीं- भगवान मुझे उठा लो, लेकिन मेरी बच्ची को लौटा दो। मोहल्ले और परिवार के लोगों ने परिजनों को किसी तरह संभाला।
जिंदा बच्चा दिया था...वापस भी जिंदा चाहिए
जब पिता राजकुमार चौरसिया यूनिवर्सिटी कैंपस पहुंचे, तो उन्होंने कई सवाल उठाए। बोले-इतनी फीस देने के बावजूद यूनिवर्सिटी में बच्चों की सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं हैं। यूनिवर्सिटी में हथियार कैसे आया? पोस्टमॉर्टम हाउस पहुंचे स्नेहा के परिजनों ने सीएम योगी से मामले की जांच मांग की है। उन्होंने कहा,योगीजी से बोलूंगा, हमने जिंदा बच्चा भेजा था, अब वापस भी जिंदा ही चाहिए। पढ़ें पूरी खबर..
बेटी ने रात में हमसे फोन पर बात की, सब ठीक था
छात्रा के पिता राज कुमार चौरासिया ने कहा,मेरी बेटी स्नेहा ने अनुज सिंह के बारे में कभी बात नहीं की। मैं उसे नहीं जानता। बेटी ने रात के करीब 12 बजे हमसे फोन पर बात की थी। हम मामले की जांच करवाएंगे। हमें यह जानना है कि उसे बंदूक कैसे मिली? कॉलेज के अधिकारियों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएंगे। हालांकि यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने एक कमेटी बनाई है, जो ये जांच करेगी कि अनुज के पास पिस्टल कहां से आई?
ताऊ बोले- यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर सरकार कार्रवाई करे
स्नेहा के ताऊ किशन चौरासिया ने कहा,कॉलेज प्रशासन इतनी फीस जमा करता है। उनके भरोसे लोग अपने बच्चे को यहां छोड़कर जाते हैं। पूरे देश के बच्चे यहां पढ़ते हैं। हमारा बच्चा छिन गया। उस समय सिक्योरिटी कहां थी? हमारी बच्ची चली गई। पुलिस प्रशासन और सरकार इनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करे और मुझे न्याय मिले।
मेरा बच्चा कैंपस में 3 गोलियों से छलनी किया गया
स्नेहा के चाचा मनीष चौरासिया ने कहा,स्नेहा को गोली मारी गई। वेपन का यूज हुआ। कॉलेज प्रशासन की लापरवाही है, उसकी उच्च अधिकारियों से जांच कराई जाए। मैं सीएम योगी आदित्यनाथ के यहां जाकर अपने बच्चे के लिए गुहार लगाऊंगा। हमारा बच्चा कॉलेज कैंपस में तीन गोलियों से छलनी किया गया।
अनुज के परिवार वाले बोले- उसको कैंसर नहीं था
वहीं, अनुज के परिवार वालों का कहना है कि वे दोनों के रिश्ते से अनजान थे। अनुज स्वस्थ था। उसको कैंसर नहीं था। वीडियो में क्यों कहा। ये नहीं पता। बता दें कि अनुज ने सुसाइड करने से पहले वीडियो बनाकर कहा था कि वह ब्रेन कैंसर से पीड़ित है। मगर, इसके बारे में उसके घरवालों को जानकारी नहीं है।
इस मामले में पुलिस का कहना है कि अनुज ने रात करीब 1.20 बजे एक वीडियो क्लिप गूगल ड्राइव से भेजा था। जिसमें उसने कहा कि वह स्नेहा के साथ रिलेशनशिप में था, मगर अब वे साथ नहीं हैं। वह कह रहा था कि वह अंदर से टूट गया है। उसे किसी पर भरोसा नहीं है। उसे थर्ड स्टेज का ब्रेन कैंसर है, मगर उसने अपने माता-पिता को नहीं बताया है।
दादरी थाने में अनुज के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज
मामले में स्नेहा के पिता राजकुमार चौरसिया ने अनुज के खिलाफ थाना दादरी में हत्या की तहरीर दी थी। पुलिस ने तहरीर के आधार पर मृतक अनुज के खिलाफ हत्या और आर्म्स एक्ट की रिपोर्ट दर्ज की है। जांच के दौरान मौके से .38 बोर की देसी पिस्टल बरामद हुई थी। कमरे में दो खोके और पिस्टल में एक कारतूस भी बरामद हुआ था।