UP में खाली हुई 2 विधान परिषद सीटों के नामांकन आज बीजेपी के उम्मीदवार करेंगे। सीएम योगी आदित्यनाथ, दोनों डिप्टी सीएम की मौजूदगी में बीजेपी के प्रत्याशी पदमसेन चौधरी और मानवेंद्र सिंह प्रत्याशी के रूप में विधान परिषद का पर्चा दाखिल करेंगे। वहीं दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी दोनों विधान परिषद की सीट के नामांकन से पहले अपने उम्मीदवार उतार सकती है।
विधान परिषद के उपचुनाव की अधिसूचना जारी हो गई है। नामांकन के लिए अंतिम तारीख 18 मई है। वहीं 29 मई को मतदान है। उसके बाद ही नतीजे घोषित किए जाएंगे।
जानिए बीजेपी के दोनों उम्मीदवार कौन हैं?
बहराइच के पूर्व सांसद पद्मसेन चौधरी भाजपा के दिग्गज नेता हैं। उनके पिता रूद्रसेन चौधरी जनसंघ और फिर भाजपा के सांसद रहे थे। 1996 में अपने पिता की मौत के बाद पहली बार पद्मसेन चौधरी बहराइच से सांसद बने। चौधरी ने भाजपा में संगठन के स्तर पर भी कई अहम जिम्मेदारियां निभाई हैं।
जानिए कौन हैं मानवेंद्र सिंह... कुंवर मानवेंद्र सिंह सीएम योगी के करीबी नेता माने जाते हैं। वह यूपी विधान परिषद के कार्यकारी सभापति रहे हैं। वह 2 बार के MLC भी रह चुके हैं। 1980 में वह झांसी का भाजपा जिलाध्यक्ष रहे। इसके बाद 1985 में पहली बार भाजपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़े और विधायक बने। इस दौरान वह BJYM के प्रदेश अध्यक्ष भी रहे। सीएम योगी ने इन्हें बुंदेलखंड डेवलपमेंट बोर्ड का चेयरमैन बनाया था। यह पद हमेशा मुख्यमंत्री के पास रही थी, लेकिन सीएम योगी ने स्पेशल पावर के तहत इन्हें ये पद सौंपा था।
लक्ष्मण आचार्य राज्यपाल बने, बनवारी लाल का हुआ था निधन
दरअसल, लक्ष्मण आचार्य को सिक्किम का राज्यपाल बनाए जाने के कारण उन्होंने विधान परिषद सदस्य पद से 15 फरवरी को इस्तीफा दे दिया था। जबकि बनवारी लाल दोहरे का निधन हो गया था। एमएलसी की यह दोनों ही सीटें उत्तर प्रदेश विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र की हैं। लक्ष्मण प्रसाद आचार्य का कार्यकाल 30 जनवरी 2027 तक था, वहीं बनवारी लाल दोहरे का कार्यकाल छह जुलाई 2028 तक था।
विधान सभा के 403 विधायकों में से 255 विधायक अकेले भाजपा के हैं। जबकि भाजपा गठबंधन की 273 सीटें हैं। एमएलसी उपचुनाव में जीत के लिए 202 विधायकों के मतों की ही जरूरत है। ऐसे में दोनों ही सीटों पर भाजपा की जीत तय है।