बसपा की राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री मायावती गुरुवार को अहम बैठक करेंगी। इस बैठक में शामिल होने के लिए नेशनल कोऑर्डिनेट से लेकर जोनल कोऑर्डिनेटर को बुलावा भेजा गया है। मीटिंग में बसपा प्रमुख कई अहम फैसले कर सकती हैं। बताया जा रहा है कि वह पदाधिकारियों को हटाए जाने से लेकर नए पदाधिकारियों की नियुक्ति तक करेंगी।
इसके साथ ही 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर नई रणनीति के साथ नई टीम भी बनाएंगी। निकाय चुनाव के तुरंत बाद बसपा प्रमुख की बैठक कई मायनों में अहम मानी जा रही है।
रैली कर ताकत का एहसास करा सकती हैं
सूत्र बताते हैं कि 2024 लोकसभा चुनाव से पहले मायावती एक से दो रैलियां कर अपनी ताकत का एहसास भी करा सकती हैं। बीते साल आजमगढ़ और रामपुर लोकसभा के चुनाव परिणाम के बाद बसपा प्रमुख ने अहम बैठक बुलाई थी। इस बैठक में उनके द्वारा सभी पदाधिकारियों को निकाय चुनाव और 2024 के लोकसभा चुनाव को लेकर दिशा-निर्देश दिए गए थे।
कर्नाटक चुनाव में बसपा के प्रदर्शन पर भी होगा मंथन
मायावती ने कर्नाटक चुनाव के प्रदर्शन को लेकर भी समीक्षा बैठक करने का फैसला किया है। यूपी के अलावा अन्य राज्यों में किस तरीके से बसपा का ग्राफ बढ़ने की बजाय गिर रहा है। उस पर मायावती मंथन करेंगी।
समीक्षा रिपोर्ट पर हो सकती है चर्चा
बीते महीने अप्रैल में मायावती के द्वारा निकाय चुनाव को लेकर पदाधिकारियों की समीक्षा बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक में सभी पदाधिकारियों को जिला स्तर पर कमेटी तैयार करने के साथ नए कार्यकर्ताओं को जोड़ने पर भी दिशा-निर्देश दिया था इस बैठक में माना जा रहा है कि इस दिशा-निर्देश को कितना लागू किया गया, किन क्षेत्रों में कितने पदाधिकारी ने बनाए गए। इस पर समीक्षा रिपोर्ट भी मांगेंगी।
2024 के मिशन में जुटी बसपा
साल 2019 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी ने मिलकर एक साथ चुनाव लड़ा था। उत्तर प्रदेश के दो मुख्य विपक्षी दलों के द्वारा एक साथ चुनाव लड़ने के बावजूद बीजेपी को बहुत ज्यादा डेंट नहीं पहुंचाया जा सका। 2022 के चुनाव परिणाम में भी बहुजन समाज पार्टी की रणनीति की वजह से समाजवादी पार्टी के कई सीटें भाजपा के खाते में चली गई। 2024 के मिशन में जुटी बहुजन समाज पार्टी अब आने वाले समय में किस तरीके से नई रणनीति बनाती हैं। साथ ही कैसे बीजेपी और समाजवादी पार्टी को टक्कर देगी या देखने वाला होगा।