Why is AC color white: भारत के ज्यादातर हिस्सों में अब चिलचिलाती गर्मी पड़ने लगी है. ऐसे में लोगों के घरों में अब एसी और कूलर शुरू हो गए हैं. आजकल AC सस्ते और बिजली बचाने वाले आने लगे हैं. ऐसे में ज्यादा से ज्यादा लोगों के घरों में AC मौजूद होता है. एसी मुख्य तौर पर दो तरह के होते हैं- स्प्लिट और विंडो. लेकिन, आपने गौर किया होगा कि आमतौर पर AC का रंग सफेद ही होता है. लेकिन, ऐसा क्यों होता है आइए जानते हैं इसका जवाब.
आपको बता दें कि विंडो एसी में ही एक यूनिट होता है, जो बाहर की तरफ निकला होता है. वहीं, स्प्लिट AC में इनडोर और आउटडोर वाले दो यूनिट होते हैं. इन दोनों में से बाहर वाला यूनिट हमेशा वाइट कलर का होता है
वहीं, अंदर वाला एसी यूनिट 99 प्रतिशत वाइट या ऑफ वाइट कलर में ही आता है. कभी-कभी कुछ कंपनियां इंटीरियर के हिसाब से इसमें थोड़ा बहुत बदलाव करती हैं और कुछ कलर्स में ऑप्शन देती हैं.
आइए अब जानते हैं कि AC वाइट कलर में ही क्यों आता है? दरअसल, वाइट कलर या लाइट कलर सनलाइट या हीट को रिफ्लेक्ट करता है. ऐसे में हीट का अब्जॉर्प्शन कम होता है और एसी यूनिट कम गर्म होता है
चूंकि एसी के यूनिट सफेद कलर की वजह से कम गर्म होते हैं. तो इससे मशीन के अंदर लगे कंप्रेसर में हीट बढ़ने की वजह से दिक्कत भी पैदा नहीं होती है. इसी वजह से विंडो या स्प्लिट एसी का आउटडोर यूनिट दोनों को सीधी धूप की दिशा में लगाने से बचना चाहिए.
अगर यूनिट छांव में रहते हैं तो इन्हें कूलिंग के लिए कम मेहनत करनी पड़ती है और इससे बेहतर कूलिंग और बिजली बिल बचने जैसे कई फायदे होते हैं. अगर एसी यूनिट को डार्क कलर का कर दिया जाए तो ये ज्यादा हीट अब्जॉर्ब करेंगे और इनमें दिक्कत पैदा होने का खतरा बढ़ जाती है