वरिष्ठ वकिल ज़फ़रयाब जिलानी का आज लखनऊ में निधन हो गया है। वह लम्बे समय से बीमार चल रहे थे। उनका उपचार लखनऊ में कराया जा रहा था। ज़फ़रयाब जिलानी देश के मसहूर वक़ील रहे हैं। वह अयोध्या बाबरी विवाद में मुस्लिम पक्ष के वक़ील थे। ज़फ़रयाब जिलानी मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के मेंबर रहे। इसके अलावा बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी के अध्यक्ष और यूपी के अपर महाधिवक्ता रह चुके थे। वह सुन्नी वक्फ बोर्ड काउंसिल से ताल्लुक रखते हैं। जीलानी के बेटे नजम जफरयाब ने बताया कि उनके पिता ने लखनऊ के निषाद अस्पताल में पूर्वान्ह करीब 11 बज कर 50 मिनट पर आखिरी सांस ली। उनके परिवार में पत्नी, दो बेटे और एक बेटी है।
वह ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड (AIMPLB) के सचिव थे, जो 1972 से काम कर रहा है। मई 2021 में उन्हें ब्रेन हेमरेज के कारण मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। उनकी भूमिका को जल्द ही पहचान लिया गया और उन्हें शाह बानो मामले पर पर्सनल लॉ बोर्ड एक्शन कमेटी का संयोजक बनाया गया। BMAC के अस्तित्व में आने के दो साल बाद, यह एक राष्ट्रीय स्तर के संगठन में बदल गया और इसका नाम बदलकर अखिल भारतीय बाबरी मस्जिद एक्शन कमेटी कर दिया गया और जिलानी को सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के राष्ट्रीय स्तर के संयोजक और वरिष्ठ वकील के पद के लिए चुना गया। नजम ने बताया कि उनके पिता की मिट्टी को आज शाम लखनऊ के ऐशबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक किया जाएगा