कर्नाटक में कांग्रेस ने जबरदस्त जीत हासिल की है। हालांकि, जबरदस्त जीत के बावजूद भी कांग्रेस के लिए मुख्यमंत्री पद को लेकर फैसला करना इतना आसान नहीं लग रहा। फिलहाल कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद को लेकर दो बड़े नेता सबसे आगे चल रहे हैं। एक ओर पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया है तो दूसरी ओर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार हैं। हालांकि, सिद्धारमैया लगभग मुख्यमंत्री पद के लिए फाइनल हो चुके हैं। हालांकि डीके शिवकुमार को मनाने के बाद ही उनके नाम की घोषणा की जाएगी। लेकिन अधिकारियों को शपथ ग्रहण समारोह के तैयारी को लेकर निर्देश दिए जा चुके हैं। खबर के मुताबिक सिद्धारमैया दोपहर बाद बेंगलुरु में शपथ ले सकते हैं। इसको लेकर अधिकारी अपनी तैयारियों में जुट गए हैं।
मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह को लेकर कंटीरवा आउटडोर स्टेडियम में तैयारियां शुरू हुई। अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक और पुलिस यातायात के विशेष आयुक्त एम ए सलीम ने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ स्टेडियम का निरीक्षण किया। खबर यह भी है कि कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ में विपक्षी एकता भी देखने को मिलेगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी के अलावा पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, प्रियंका गांधी, कई विपक्ष शासित राज्यों के मुख्यमंत्री इस शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हो सकते हैं। वहीं, दूसरी ओर भाजपा ने अब कांग्रेस पर तंज कसना शुरू कर दिया है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बुधवार को राज्य के नए मुख्यमंत्री के चयन में देरी को लेकर कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा कि लोगों की आकांक्षाएं राजनीति से अधिक महत्वपूर्ण हैं।
माना जा रहा है कि आज साम तक नए मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान हो सकता है। कार्यवाहक मुख्यमंत्री की भूमिका निभा रहे भाजपा नेता ने कहा कि कांग्रेस को बहुमत मिलने के बावजूद अब तक अपना सीएम उम्मीदवार तय नहीं किया गया है। इससे पार्टी के अंदरुनी हालात का पता चलता है। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि लोगों की आकांक्षाएं राजनीति से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं। कांग्रेस को जल्द से जल्द मुख्यमंत्री चुनना चाहिए। बोम्मई की टिप्पणी नए मुख्यमंत्री को चुनने के लिए कांग्रेस के भीतर व्यस्त बातचीत के बीच आई है।