मेरठ में घर के अंदर पति-पत्नी की हत्या का सनसनीखेज मामला सामने आया है। मंगलवार सुबह खून से लथपथ दोनों की लाश कमरे में बेड पर पड़ी थी। धारदार हथियार से हमला किया गया है। दोनों के गले, सिर और हाथ पर जख्म हैं। जिस कमरे में वारदात हुई वह पहली मंजिल में है।
पुलिस के मुताबिक, कोई लूट नहीं हुई है। कमरे में महिला टीचर का लैपटॉप ऑन था। घर के बाहर खड़ी स्कूटी गायब बताई जा रही है। ये हत्या क्यों हुई, ये अभी स्पष्ट नहीं है। मृतक का नाम प्रमोद कर्णवाल (50) जबकि मृतका का नाम ममता ( 45) था।
पुलिस ने बताया कि नौचंदी इलाके के सेक्टर-6 में प्रमोद, पत्नी और माता-पिता के साथ रहते थे। उनका दो मंजिला मकान है। प्रमोद साहिबाबाद की लोहा फैक्ट्री में काम करते थे। उनकी पत्नी ममता BDS स्कूल में टीचर थीं। घर के नीचे ग्राउंड फ्लोर पर प्रमोद के माता-पिता रहते हैं। ऊपर की मंजिल में प्रमोद अपनी पत्नी के साथ रहते थे। उनके एक बेटा और बेटी है। दोनों बाहर रहते हैं।
बेटे का फोन पिक नहीं हुआ तब वारदात का पता चला
प्रमोद के दो बच्चे हैं। बेटा आर्यन और बेटी कनिष्का। बेटी गुड़गांव में जॉब करती है। जबकि बेटा पढ़ाई करता है। मंगलवार को बेटे ने पिता प्रमोद के मोबाइल पर कॉल किया। कई रिंग के बाद भी फोन नहीं उठा तो उसको शक हुआ। फिर बेटे ने पड़ोस के परिवार को फोन किया। कहा कि मम्मी, पापा फोन नहीं उठा रहे हैं। आप मेरी बात करा दीजिए।
इसके बाद पड़ोस में रहने वाले शुभम, प्रमोद के घर आए। नीचे प्रमोद के बुजुर्ग मां-बाप को बताया कि वह बच्चों का फोन नहीं उठा रहे हैं। इसके बाद सभी ऊपर की मंजिल पर पहुंचे। आवाज लगाने पर जब कोई रिस्पांस नहीं मिला तो सभी कमरे के अंदर गए।
बेडरूम में प्रमोद और ममता के शव बेड पर पड़े हुए थे। चद्दर खून से सनी हुई थी। इसके बाद हल्ला मच गया। पड़ोसी और भीड़ मौके पर जमा हो गई। तुरंत पुलिस को सूचना दी गई। बेटा भी गुड़गांव से मेरठ आ गया है।
कमरे का सामान अस्त-व्यस्त नहीं था
मौके पर पहुंची पुलिस ने कमरे की जांच की। यहां सामान अस्त-व्यस्त नहीं मिला। नीचे खड़ी स्कूटी गायब थी। घर का मेन गेट बंद था। ऊपर की मंजिल के सभी दरवाजे खुले थे।
पुलिस का मानना है कि कमरे में मिला लैपटॉप ऑन था। इसके दो मतलब हैं- या तो हत्यारे ने लैपटॉप ऑन किया है। या फिर काम करने के दौरान ही दोनों पर हमला हुआ है। हालांकि, इसकी आशंका इसलिए कम है क्योंकि, अगर जागते वक्त हमला होता तो फिर चीख-पुकार मचती। आसपास के लोगों तक आवाज पहुंचती। जबकि नीचे रहने प्रमोद के मां-बाप को भी हत्या का पता नहीं चल पाया।
टीम को किचन में खाना मिला है। अंदाजा लगाया गया है कि दोनों ने रात में एक साथ खाना खाया है। इसके बाद सोने के लिए बेड पर लेटे हैं। बॉडी जिस तरह से मिली हैं, उससे अंदाजा लग रहा है कि सोते वक्त ही दोनों को निशाना बनाया गया है।
एसएसपी रोहित सिंह सजवाण ने बताया कि कातिल एक था या एक से ज्यादा, इसका पता लगाने के लिए फोरेंसिक टीम ने साक्ष्य जुटाए हैं। कोई लूटपाट नहीं हुई है। सीसीटीवी फुटेज चेक की जा रही है। हत्या की वजह अभी पता नहीं चल पाई है।
ममता सोमवार को छुट्टी पर थीं
वहीं बीडीएस स्कूल के प्रिंसिपल गोपाल दीक्षित ने बताया कि ममता सोमवार को छुट्टी पर थी। बीडीएस स्कूल में लगभग 11 साल से पढ़ाती थी, कंप्यूटर की शिक्षिका थीं। असिस्टेंट एग्जामिनर भी थीं।