नौकरी के बदले जमीन मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा देश भर में नौ स्थानों पर तलाशी ली जा रही है। जानकारी के मुताबिक सीबीआई पटना, भोजपुर, आरा, दिल्ली, गुरुग्राम और नोएडा में नौ स्थानों पर तलाशी ले रही है, जो पूर्व केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता प्रेम चंद गुप्ता के करीबी सहयोगी थे। बिहार के पटना और आरा में राजद विधायक किरण देवी और पूर्व राजद विधायक अरुण यादव से जुड़े नौ ठिकानों पर छापेमारी हुई है। साथ ही सीबीआई ने नोएडा, दिल्ली और गुरुग्राम में एक व्यक्ति प्रेम चंद गुप्ता से जुड़े ठिकानों पर छापेमारी की। ये सभी राजद सुप्रीमो लालू यादव के बेहद करीबी माने जाते हैं।
भोजपुर के अंगियाव गांव और पटना में विधायक किरण देवी के सरकारी आवास पर छापेमारी की जा रही है। इससे पहले बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से प्रवर्तन निदेशालय ने कथित नौकरी के बदले जमीन घोटाले से जुड़े धन शोधन के मामले की जांच के सिलसिले में नौ घंटे तक पूछताछ की थी। इससे पहले उनसे सीबीआई भी पूछताछ कर चुकी थी। तेजस्वी यादव की बहन एवं सांसद मीसा भारती से भी ईडी ने 25 मार्च को इस मामले में पूछताछ की थी, उसी दिन तेजस्वी सीबीआई के समक्ष पेश हुए थे। दोनों केंद्रीय एजेंसियों ने हाल ही में मामले में कार्रवाई शुरू की। सीबीआई ने लालू प्रसाद और उनकी पत्नी एवं बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी से पूछताछ की थी जबकि ईडी ने राजद प्रमुख के परिवार के खिलाफ जांच के सिलसिले में कई स्थानों पर छापेमारी की।
यह मामला लालू प्रसाद के 2004 से 2009 के बीच रेल मंत्री रहने के दौरान उनके परिवार को कथित तौर पर उपहार में दी गई या बेची गई जमीन के बदले रेलवे में की गई नियुक्तियों से जुड़ा है। उस समय केंद्र में संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (संप्रग-1) की सरकार थी। तेजस्वी यादव के बारे में विशेष उल्लेख करते हुए ईडी ने कहा था कि दक्षिण दिल्ली में न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में डी-1088 स्थित एक संपत्ति एबी एक्सपोर्ट्स प्राइवेट लिमिटेड के नाम पर पंजीकृत एक स्वतंत्र चार मंजिला बंगला है। इस कंपनी को इस मामले में ‘लाभार्थी फर्म’ कहा गया है। ईडी ने कहा था कि यह कंपनी तेजस्वी यादव और उनके परिवार के स्वामित्व और नियंत्रण में है और यह घर केवल 4 लाख रुपये के मूल्य पर अधिग्रहीत किया गया था, जबकि इसका वर्तमान बाजार मूल्य लगभग 150 करोड़ रुपये है।