New Delhi: क्रिकेट गुरु के वो 10 शब्द जिसे अपनाकर IPL के किंग बने यशस्वी जायसवाल, दिग्गज भी कर रहे सलाम

New Delhi: क्रिकेट गुरु के वो 10 शब्द जिसे अपनाकर IPL के किंग बने यशस्वी जायसवाल, दिग्गज भी कर रहे सलाम

21 साल से युवा बैटर यशस्वी जायसवाल इन दिनों आईपीएल में धमाल मचाए हुए हैं. कुछ दिन पहले आईपीएल में अपना पहला शतक जड़ने वाले यशस्वी जायवाल ने अब आईपीएल इतिहास की सबसे तेज फिफ्टी जड़ दी है. जायसवाल की इस उपलब्धि पर उनके कोच ज्वाला सिंह ने उनकी इस शानदार परफॉर्मेंस को लेकर बड़ा खुलासा किया है.

राजस्थान रॉयल्स के ओपनिंग बैटर यशस्वी जायसवाल का आईपीएल 2023 में शानदार परफॉर्मेंस जारी है. उन्होंने 11 मई, गुरुवार को कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ ईडन गार्डन्स में 47 गेंदों में नाबाद 98 रनों की पारी खेली. अपनी इस पारी के दौरान यशस्वी ने कई रिकॉर्ड तोड़े. 21 साल के मुंबई के इस बैटर ने आईपीएल इतिहास में सबसे तेज अर्धशतक बनाकर एक नया रिकॉर्ड बना डाला. जायवाल ने महज 13 गेंदों में पचासा जड़ रिकॉर्ड अपने नाम किया. हालांकि, वह आईपीएल में अपने शतक से सिर्फ 2 रनों से चूक गए. यशस्वी आईपीएल में इतना शानदार कैसे परफॉर्म कर पा रहे हैं, इसका खुलासा उनके कोच और मेंटोर ज्वाला सिंह ने कर दिया 

यशस्वी जायसवाल के कोच ज्वाला सिंह ने युवा क्रिकेटर से 10 शब्द कहे थे, जिसके बाद उनका खेल पूरी तरह से बदल गया है. यशस्वी जायसवाल जब शुरुआती मैचों में अर्धशतकीय पारियां खेल रहे थे, तब उनके कोच ज्वाला सिंह ने युवा क्रिकेटर से कहा था- जिंदगी में अलग बनना है तो कुछ खास करना पड़ेगा. इसके बाद से यशस्वी जायसवाल ने आईपीएल के इस सीजन को अपने लिए बेहद खास बना डाला है

कोलकाता नाइट राइडर्स के खिलाफ ईडन गार्डन्स पर यशस्वी जायसवाल ने 200 से ऊपर की स्ट्राइक रेट से 47 गेंद में नाबाद 98 रन बनाकर टीम को नौ विकेट से जीत दिलाई. उन्होंने महज 13 गेंद में अर्धशतक बनाकर केएल राहुल और पैट कमिंस (14 गेंद) का रिकॉर्ड तोड़ा. इसके साथ ही इस सीजन में उनके 12 मैचों में 575 रन हो गए हैं और आरेंज कैप की दौड़ में वह रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के कप्तान फाफ डुप्लेसी से महज एक रन पीछे दूसरे स्थान पर हैं

पिछले 10 साल से उनके कोच और मार्गदर्शक ज्वाला सिंह ने मुंबई से भाषा से बातचीत में कहा, जिस तरह से वह खेल रहा है और इतने महान बल्लेबाजों के बीच आरेंज कैप की तरफ जा रहा है. यह तो हमारा सपना था, जो सच हो रहा है. उन्होंने कहा, मार्च में ईरानी ट्रॉफी के पहले मैंने उसे मैसेज भेजा था कि जिंदगी में अलग बनना है तो कुछ खास करना पड़ेगा. उसने दोहरा शतक और शतक समेत शेष भारत के लिए रिकॉर्ड 357 रन बनाए. इसी तरह आईपीएल के पहले कुछ मैचों में उसने अर्धशतक बनाकर वाहवाही पाई तो मैंने उसको यही बोला कि लोगों की तालियों पर मत जाओ, क्योंकि तुम्हें इससे बेहतर करना है

मुंबई में यशस्वी जायसवाल के सरपरस्त रहे ज्वाला सिंह ने कहा, मैने उससे कहा कि तुम्हारा सर्वश्रेष्ठ तो अभी आया ही नहीं है. उसने फिर चेन्नई के खिलाफ 77 रन बनाए और मुंबई के खिलाफ शतक जमाया. जब भी मैंने उसे चुनौती दी है तो उसने हमेशा कुछ अलग किया है. उन्होंने कहा, मैंने उसे यह भी कहा कि खुद को युवा मत समझो कि बड़े खिलाड़ियों को देखकर सीखेगो और ऐसे ही चलते रहेगा. यह उसका चौथा सत्र है और उसे कुछ असाधारण करना ही था. उसने मेरी सीख को सकारात्मक लिया और राजस्थान रॉयल्स टीम में उसे घर जैसा माहौल और खुलकर खेलने की छूट मिली. उसकी बल्लेबाजी निखारने में वसीम जाफर ने भी काफी मदद की है

उन्होंने कहा कि यशस्वी की बचपन से आदत है कि वह पहले थोड़ा समय लेता है, लेकिन एक बार लय में आने के बाद वह रुकता नहीं है. उन्होंने कहा, जब 2013 में आजाद मैदान से मैं उसे अपने घर लाया था और वह स्कूल क्रिकेट भी खेला तो पहले कुछ पारियां खराब रही और कोचों की शिकायत आने लगी लेकिन फिर उसी सत्र में उसने 16 शतक बनाए. वह पहले चीजों को समझने में समय लेता है और एक बार जमने पर वह नंबर वन बन जाता है.

यह पूछने पर कि घरेलू सत्र के बाद अब आईपीएल में भी उम्दा प्रदर्शन से क्या भारतीय टीम के दरवाजे उसके लिए खुलते नजर आ रहे हैं, ज्वाला ने कहा, भारतीय टीम तक जाने के लिए जो मानदंड होते हैं, वह उन पर खरा उतरता जा रहा है. रणजी ट्रॉफी, ईरानी ट्रॉफी, मुश्ताक अली, विजय हजारे ट्रॉफी में उसका प्रदर्शन अच्छा रहा है. वह अंडर 19 में खुद को साबित कर चुका है और आईपीएल में भी अच्छा खेल रहा है.

उन्होंने कहा, आईपीएल में इतने धुरंधर अंतरराष्ट्रीय गेंदबाजों के सामने भी वह इस तरह से खेल रहा है तो कोई वजह नहीं दिखती कि वह भारत के लिए नहीं खेले. हमें बीसीसीआई और चयनकर्ताओं पर पूरा भरोसा है. खिलाड़ी का काम अपना प्रदर्शन करना है और आगे बीसीसीआई का काम है. वह प्रोसेस पर फोकस करता है और मैने उसे यही सिखाया है. भारत के लिए खेलना ही नहीं बल्कि मुझे तो लगता है कि वह दुनिया का सबसे अच्छा क्रिकेटर बने.

मुंबई में अपनी क्रिकेट अकादमी चलाने वाले ज्वाला ने यह भी कहा कि यशस्वी जायसवाल के साथ पानी पुरी बेचने की कहानी बार बार जोड़ने से उन्हें तकलीफ होती है. उन्होंने कहा, 17 दिसंबर 2013 से लेकर 12 जनवरी 2022 तक वह मेरे साथ, मेरे घर में मेरे बेटे की तरह रहा है. मैने उसे सारी सुविधाएं दी, क्योंकि उसके जरिये मैं एक उम्दा क्रिकेटर बनने के अपने सपने को जी रहा था. इसलिए जब कोई कहता है कि पानी पुरी बेचकर वह यहां तक पहुंचा तो मेरे प्रयासों और मेरी तपस्या का अपमान होता है जो तकलीफ देता है.


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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