शिनजियांग: चीन में उईगर मुसलमानों की स्थिति काफी ख़राब होते जा रही है. चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुसलमानों को कुरान रखने या मोबाइल में धार्मिक फोटो या वीडियो रखने पर भी ‘हिंसक चरमपंथी’ करार दिया जा रहा है. चीनी अधिकारियों ने उइगरों के फोन की निगरानी शुरू कर दी है. ह्यूमन राइट्स वॉच (HRW) की 4 मई की एक रिपोर्ट के अनुसार, न के झिंजियांग क्षेत्र की पुलिस 50,000 मल्टीमीडिया फाइल जारी कर उईगुर मुसलमानों और तुर्क मुस्लिमों को ‘हिंसक और आतंकवादी’ बताया है.
पुलिस का मास्टर सूची हुआ लीक
पुलिस की वेबसाइट से लीक मास्टर सूची 2017 से 2018 तक नौ महीनों के दौरान, पुलिस ने झिंजियांग की राजधानी शहर उरुमकी में कुल 1.2 मिलियन मोबाइल फोन की लगभग 11 मिलियन खोज की. चीन में एचआरडब्ल्यू के कार्यवाहक निदेशक ने बताया कि बीजिंग सर्विलांस तकनीक का प्रयोग करता है, इसका मतलब साफ़ है कि इगर जो केवल अपने फोन पर कुरान रखते हैं, पुलिस पूछताछ शुरू कर सकती हैं. न्यूयॉर्क स्थित अंतरराष्ट्रीय गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) ने “आतंकवाद” और “अतिवाद” कहे जाने वाले कार्यों का मुकाबला करने के लिए चीन के दृष्टिकोण के बारे में बार-बार चिंता जताई है.
मुकदमा लड़ने की स्वतंत्रता नहीं
एचआरडब्ल्यू के रिपोर्ट में बताया गया है कि ‘चीन का आतंकवाद विरोधी कानून “आतंकवाद” और “उग्रवाद” त्यधिक व्यापक और अस्पष्ट तरीके से परिभाषित करता है, जो मुकदमों और स्वतंत्रता से लोगों वंचित करता है. ह्यूमन राइट्स वॉच ने पाया है कि लगभग 1,400 उरुमकी निवासियों के फोन पर 1,000 से अधिक अनूठी फाइलें पाईं, जो पुलिस मास्टर सूची से मेल खाती थीं. ये फाइलें इस्लामिक धार्मिक सामग्री बताई जा रही हैं. ये सूची 2019 में पुलिस द्वारा इंटरसेप्ट डाटा का एक बहुत बड़ा हिस्सा है. बताया जा रहा है कि तब से कई उईगर मुसलमानों को गिरफ्तार कर प्रताड़ित किया जा रहा है.
पुलिस की फाइल में क्या मिली है?
पुलिस की फाइल में काफी हिंसक फ़ोटो, ऑडियो और वीडियो मिले हैं. इन फाइलों में सिर कलम, प्रताड़ना जैसी सामग्री उपलब्ध हैं. ऐसा लग लग रहा है कि ये इस्लामिक स्टेट या किसी ड्रग कार्टेल द्वारा किये गए हों, इसमें 1989 के नरसंहार का भी वीडियो शामिल है. फाइलों में ऐसी सामग्री थी जिसमें पूर्वी तुर्किस्तान स्वतंत्रता आंदोलन और विश्व उईघुर कांग्रेस सहित विदेशी संगठन शामिल थे. इन फाइलों में इस्लाम के धार्मिक सामग्री, कुरान के पाठ और शादी के गीत भी शामिल हैं.
उइगरों को टॉर्चर किया जा रहा
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार आयोग की एक रिपोर्ट में कहा गया कि शिनजियांग में उइगरों को बंधक बनाकर टॉर्चर किया जा रहा है. उन्हें हिरासत में रखा जा रहा है. जबरन मेडिकल ट्रीटमेंट कराया जा रहा है. उनके अंग निकालकर ब्लैक मार्केट में बेचे जा रहे हैं. इन लोगों के साथ जेंडर और सेक्शुअल वायलेंस भी हो रहा है. चीनी सरकार के अधिकारी डिटेंशन सेंटर में अल्पसंख्यकों को कैद करके रखते हैं. यहां उन्हें जबरन दवाइयां देते हैं. उन पर परिवार नियोजन और बर्थ कंट्रोल नीतियों की भेदभावपूर्ण नीति लागू की जाती है. वहीं, उइगर मुस्लिम आबादी की पहचान को खत्म करने के लिए उइगर लड़कियों की जबरन शादी चीनी युवाओं से कराई जा रही है.