New Delhi: आईपीएल 2023 के मुकाबले अभी खेले जा रहे हैं. डिफेंडिंग चैंपियन गुजरात टाइटंस का अच्छा प्रदर्शन टी20 लीग के 16वें सीजन में भी जारी है. हार्दिक पंड्या की कप्तानी वाली टीम का आक्रामक बैटर शानदार फॉर्म में चल रहा है. हालांकि अभी भी यह खिलाड़ी टीम इंडिया की ओर से डेब्यू नहीं कर सका है. टीम में चुने जाने के बाद उसे बाहर कर दिया गया था.
इंडियन प्रीमियर लीग की बात करें, तो कई युवा खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन करके टीम इंडिया में जगह बनाई. आईपीएल 2023 के मुकाबले अभी खेले जा रहे हैं और टी20 लीग के 16वें सीजन में भी कई खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन करके सेलेक्टर्स का ध्यान खींचा है. हार्दिक पंड्या की टीम गुजरात टाइटंस के अहम सदस्य राहुल तेवतिया अच्छे फॉर्म में चल रहे हैं. 2 साल पहले उन्हें टीम इंडिया में जगह मिली थी, लेकिन फिटनेस टेस्ट में फेल होने के कारण उन्हें बाहर होना पड़ा था
राहुल तेवतिया एक बार फिर भारतीय टीम में वापसी की उम्मीद लगाए बैठे हैं. क्रिकेट मंथली से बात करते हुए तेवतिया ने कहा कि 2021 के बाद मेरे खेल में काफी कुछ बदला है. आपको हमेशा अपने खेल को ऊपर ले जाना होता है. टीम इंडिया में सेलेक्शन के सवाल पर उन्होंने हंसते हुए कहा कि ये सेलेक्टर्स पर निर्भर है. सड़क पर खेलने वाला गांव का एक बच्चा अब आईपीएल टीम में फिनिशर की भूमिका निभा रहा है. ऐसे में मुझे भारतीय टीम में चुने जाने का विश्वास है. हालांकि एक समय वे आईपीएल में भी नहीं बिके थे
राहुल तेवतिया 2014 से आईपीएल में उतर रहे हैं. 2020 में वे राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुए पंजाब किंग्स के खिलाफ एक ओवर में 5 छक्के जड़कर सुर्खियों में आए थे. ओवर बाएं हाथ के तेज गेंदबाज शेल्डन कॉट्रेल डाल रहे थे. गुजरात टाइटंस की ओर से खेलते हुए तेवतिया ने पिछले सीजन में भी कमाल का प्रदर्शन किया था. मौजूदा सीजन की बात करें, तो उन्होंने एक मैच में मुंबई इंडियंस के खिलाफ 5 गेंद पर नाबाद 20 रन बनाए थे
29 साल के राहुल तेवतिया ने अपने खेल को लेकर बताया कि 2014 में टी20 मुश्ताक अली ट्रॉफी में अच्छे प्रदर्शन के बाद उन्हें राजस्थान रॉयल्स में चुना गया. यहां मुझे अनुभव मिला. लेकिन 2015 में मैं सिर्फ एक मैच खेल सका और 2016 में ऑक्शन में मुझे किसी ने नहीं खरीदा. अगर मेरी मानसिकता 2018 में आज ही तरह होती तो, शायद मुझे 3 से 4 साल पहले बेहतर क्रिकेट खेलने में मदद मिलती
राहुल तेवतिया ने कहा कि 2018 में मैंने फैसला किया कि अब मैं टीम के मुख्य खिलाड़ी के रूप में खुद को देखूंगा. मेरे लिए टीम से अंदर और बाहर होने की स्थिति नहीं होनी चाहिए. जब टीम चुनी जा रही हो तो उन्हें यह नहीं सोचना चाहिए कि मेरे अलावा किसी और को चुनना चाहिए. मेरा नाम प्लेइंग-11 में होना चाहिए. उन्होंने बताया कि कई बार मेरा नाम टीम में नहीं होने पर घरवाले टीवी तक बंद कर देते थे
खुद को मुख्य खिलाड़ी के तौर पर तैयार करने को लेकर राहुल तेवतिया ने कहा कि आईपीएल एक ऐसा मंच है, जहां एक खिलाड़ी को बहुत जल्दी दबाव का सामना करता है. आप तुरंत महसूस करते हैं कि बहुत सारे लोग मैच देख रहे हैं. 2 करोड़ से अधिक लोग आपको एक समय में देख रहे होते हैं. ऐसे में आप जो भी अभ्यास करते आ रहे हैं, आपको उस पर अमल करने की जरूरत है, जिसके लिए आपको मानसिक रूप से मजबूत होने की जरूरत होती है, चाहे कैसी भी स्थिति हो. मैं अब यही करने की कोशिश कर रहा हूं
गुजरात टाइटंस के आक्रामक बैटर राहुल तेवतिया ने कहा कि आईपीएल में प्लेइंग-11 कभी तय नहीं होती. यह कई कारणों पर निर्भर करता है, जिसमें यह भी शामिल है कि हम नेट्स में कैसा प्रदर्शन करते हैं. लेकिन मैंने तय किया कि हैं मैं इस बारे में अधिक नहीं सोचूंगा और बिंदास होकर खेलूंगा. 2018-19 में दिल्ली कैपिटल्स के समय से मैं ऐसा करने की कोशिश कर रहा हूं.