जयपुर: राजस्थान की राजधानी जयपुर में तोज़ी से ई-वाहनों का रजिस्ट्रेशन हो रहा है. इनकी तादाद साल दर साल लगातार बढ़ती जा रही है. तेल की बढ़ती कीमतों के बीच आम लोगों के पास अब ई-वाहनों का विकल्प उपलब्ध है और सरकार भी इसे प्रोत्साहन दे रही है. यही वजह है कि लोगों ने अब इलेक्ट्रिक वाहनों की तरफ रुख करना शुरू कर दिया है. ये वाहन न केवल निजी क्षेत्र में बढ़ रहे हैं, बल्कि कमर्शियल क्षेत्र में तेज़ी से ई-व्हीकल का क्रेज बढ़ रहा है. ऐसे में आने वाले समय में शहर में ई-चार्जिंग स्टेशन की संख्या भी बढ़ानी पड़ेगी, ताकि ई-व्हीकल को समय पर चार्ज किया जा सके.
डीज़ल और पेट्रोल की कीमतें लगातार बढ़ने से लोगों के लिए पेट्रोलियम पदार्थों से चलने वाले वाहनों का खर्च वहन करना मुश्किल होता जा रहा है. खासतौर पर रोजमर्रा गाड़ी चलाने वाले वाहन मालिकों का बजट पूरी तरह गड़बड़ाने लगा है. पिछले तीन साल में ईलेक्ट्रिक वाहन बाजार में तेजी से अपनी जगह बना रही है. लोगों का रुझान लगातार ई-व्हीकल की ओर बढ़ रहा है. यही कारण है कि अब प्रदेश की राजधानी जयपुर में इनका रजिस्ट्रेशन बिजली की रफ्तार से बढ़ रहा है. इलेक्ट्रिक वाहन से लोगों ने राहत की सांस भी ली है.
बढ़ रही ई-व्हीकल की बिक्री
आंकड़े देखकर कहा जा सकता है 384 से शुरू हुआ ई-व्हीकल का रजिस्ट्रेशन 7752 तक पहुंच गया है. ये आंकड़े तो निजी वाहनों के थे, लेकिन इसी तरह कमर्शियल इलेक्ट्रिक वाहनों की तादाद भी लगातार बढ़ रही है. सिर्फ राजधानी की बात करें तो पिछले तीन सालों में ये आंकड़े हज़ारों को पार कर गए हैं.
कमर्शियल ई-वाहनों का रजिस्ट्रेशन
पिछले तीन वर्षों में सबसे ज्यादा कमर्शियल वाहनों का रजिस्ट्रेशन हुआ है, जिनकी कुल तादाद अब जयपुर में 20087 है. दोनों तरह के वाहनों को देखा जाए तो अकेले राजधानी में ई-व्हीकल की तादाद अब 27839 तक पहुंच गई है. इसी तरह उदयपुर, जोधपुर, बीकानेर और कोटा में ई-व्हीकल की तादाद बढ़ने लगी है.
बाजार में ई-साइकिल का भी क्रेज
दोपहिया वाहनों के साथ ही फोर व्हीलर और अब ई-साइकिल भी बाज़ारों में नज़र आने लगी है. हालांकि, साइकिल को रजिस्ट्रेशन के तहत नहीं लिया गया है. जिस तेज़ी से इन वाहनों की तादाद बढ़ रही है आने वाले समय में सभी वाहन मालिक अपने वाहनों को बदलते हुए नज़र आ सकते हैं. इस बदलाव से न केवल पर्यावरण स्वच्छ हो रहा है, बल्कि जेब पर बोझ भी कम हो रहा है.