नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर और मुंबई इंडियंस के हेड कोच मार्क बाउचर को अब तक के सर्वश्रेष्ठ विकेटकीपरों में से एक माना जाता है. उनके पास विकेटकीपिंग का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है. महेंद्र सिंह धोनी, एडम गिलक्रिस्ट और कुमार संगकारा जैसे दिग्गज विकेटकीपर भी मार्क बाउचर से विकेटकीपिंग रिकॉर्ड के मामले में काफी पीछे हैं. अक्टूबर 1997 में पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने वाले मार्क बाउचर ने अपना आखिरी मैच 2012 में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था. बाउचर ने जब क्रिकेटर को अलविदा कहा, तब उनके नाम बतौर विकेटकीपर 998 शिकार थे. इसके अलावा मार्क बाउचर ने एक कैच बतौर फील्डर भी लपका है. ऐसे में अगर देखें तो मार्क बाउचर के नाम कुल 999 शिकार हैं. वह बतौर विकेटकीपर 1000 के आंकड़े को छूने से महज दो कदम दूर थे, जबकि बतौर खिलाड़ी वह इस माइलस्टोर से महज एक कदम दूर थे. लेकिन एक गेंद ने उनका सपना तोड़ दिया.
मार्क बाउचर के पास क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में विकेटकीपर द्वारा सर्वाधिक 998 शिकार करने का विश्व रिकॉर्ड है. इंटरनेशनल क्रिकेट में विकेटकीपर द्वारा सबसे ज्यादा शिकार करने के मामले में बाउचर के बाद दूसरा नंबर ऑस्ट्रेलिया के एडम गिलक्रिस्ट (905) का है. इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर भारत के महेंद्र सिंह धोनी (829) हैं. वहीं, चौथे नंबर पर श्रीलंका के कुमार संगकारा है, जिन्होंने अपने करियर में विकेट के पीछे 678 शिकार किए हैं. इसमें टेस्ट क्रिकेट में सबसे ज्यादा शिकार (555) भी शामिल हैं. वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में एक विकेटकीपर द्वारा लिए गए सबसे अधिक कैच के चार्ट में भी सबसे ऊपर हैं. मार्क बाउचर के नाम 952 कैच हैं. इस लिस्ट में दूसरा नाम एडम गिलक्रिस्ट (813) और तीसरा नाम महेंद्र सिंह दोनी (634) का है.
मार्क बाउचर के नाम विकेटकीपिंग का वर्ल्ड रिकॉर्ड होने के बावजूद उन्हें 2012 में मजबूरन संन्यास लेने के लिए मजबूर होना पड़ा था और इसकी वजह थी एक गेंद. मार्क बाउचर 1000 का आंकड़ा छूने वाले पहले विकेटकीपर बन सकते थे, लेकिन उन्हें वार्म अप मैच में आंख पर लगी एक गेंद की वजह से तुरंत संन्यास लेना पड़ गया था.
9 जुलाई 2012 में दक्षिण अफ्रीका की टीम समरसैट के खिलाफ एक वॉर्मअप मैच खेल रही थी. इस मैच में मार्क बाउचर विकेटकीपिंग कर रहे थे. इमरान ताहिर बॉलिंग कर रहे थे और बैटिंग कर रहे थे जमील हुसैन. यह एक वॉर्म अप मैच था और सामने स्पिनर इमरान ताहिर थे. ऐसे में मार्क बाउचर ने हेलमेट की जगह सिर्फ कैप पहन रखी थी. इमरान की शानदार स्पिन ने जमील हुसैन को क्लीन बोल्ड किया, लेकिन एक गिल्ली उड़कर विकेट के पीछे खड़े मार्क बाउचर की आंख में जा लगी. उन्हें तुरंत सर्जरी के लिए ले जाया गया.
मार्क बाउचर के साथ यह हादसा 9 जुलाई 2012 को हुआ था और इसके अगले ही दिन यानी 10 जुलाई 2012 को मार्क बाउचर ने इंटरनेशनल क्रिकेटर से संन्यास का ऐलान कर दिया. स्टम्प्स पर लगी गिल्ली मार्क बाउचर की बायीं आंख पर लगी थी, जिसकी वजह से उन्हें तुरंत ही मैदान छोड़कर जाना पड़ गया था. अपनी इस चोट की गंभीरता को समझते हुए मार्क बाउचर ने तुरंत ही इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर दिया.