Akhilesh Yadav: बदल गए अखिलेश यादव के सुर? शाइस्ता को माफिया बताने पर नाखुश

Akhilesh Yadav: बदल गए अखिलेश यादव के सुर? शाइस्ता को माफिया बताने पर नाखुश

Lucknow: यूपी में अब माफिया को लेकर नई बहस शुरू हो गई है. क्या महिला को माफिया कर सकते हैं? ये सवाल अखिलेश यादव ने उठाया है. उनके इतना कहते ही बीजेपी ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि अखिलेश यादव माफिया को संरक्षण देते रहे हैं. उनकी सरकार में माफिया अपनी मनमानी करते रहे. ताजा विवाद अतीक अहमद की फरार चल रही पत्नी शाइस्ता परवीन को लेकर उठा है. प्रयागराज की पुलिस ने इसी हफ्ते दर्ज कराए मुकदमे में शाइस्ता को माफिया बताया था.

यूपी पुलिस ने पिछले ही महीने 66 माफिया की एक नई लिस्ट जारी की थी, लेकिन इसमें न तो शाइस्ता का नाम था और न ही मुख्तार अंसारी की पत्नी अफशां अंसारी का. अफशां भी कई महीनों से फरार चल रही है और यूपी पुलिस ने उस पर 75 हजार रुपए का इनाम घोषित कर रखा है. अखिलेश यादव ने विधानसभा से लेकर सड़कों तक पर यूपी सरकार से टॉप-10 माफियाओं की लिस्ट घोषित करने की मांग की थी.

यूपी में चुनाव कोई भी क्यों न हो, कानून व्यवस्था एक बड़ा मुद्दा रहा है. निकाय चुनाव के दौरान राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इसी बहाने समाजवादी पार्टी पर खूब बरसे. अखिलेश कर्नाटक में प्रचार कर रहे थे. तब योगी ने कहा था कि जिन लोगों ने यूपी की कानून-व्यवस्था को व्हील चेयर पर ला दिया था, वही आज खुद व्हील चेयर पर हैं. मुख्यमंत्री ने ये बातें बिना नाम लिए माफिया मुख्तार अंसारी के लिए कही थी.

गैंगस्टर एक्ट में मुख्तार को मिल चुकी है सजा

आपको याद होगा जब पंजाब की जेल से उसे बांदा लाया जा रहा था, तब वो व्हील चेयर पर था. उससे पहले किसी ने बाहुबली नेता को व्हील चेयर पर नहीं देखा था. मुख्तार उन दिनों विधायक हुआ करता था. अब उसे गैंगस्टर एक्ट में एमपी-एमएलए कोर्ट से आजीवन कारावास की सजा मिल चुकी है. योगी के बयान की निंदा करते हुए अखिलेश ने कहा था कि व्हील चेयर का मजाक नहीं उड़ाना चाहिए. मजबूरी में ही कोई इसकी सेवा लेता है.

यूपी चुनाव में चर्चा में रहा योगी का एक बयान

वहीं विधानसभा में दिया योगी का बयान मिट्टी में मिला देंगे यूपी के निकाय चुनाव में खूब चर्चा में रहा. प्रयागराज की चुनावी सभा में योगी ने तो ये तक कह दिया था कि प्रकृति सबका हिसाब बराबर कर देती है. माफिया डॉन अतीक अहमद प्रयागराज का ही था. यहीं से वो लगातार पांच बार विधायक रहा. इसी जिले की फूलपुर लोकसभा सीट से वे समाजवादी पार्टी का सांसद रहा. बाद में पुलिस कस्टडी में अतीक और उसके भाई अशरफ की हत्या हो गई.

उमेश पाल की हत्या के बाद से फरार है शाइस्ता

उमेश पाल के मर्डर के अगले ही दिन से शाइस्ता परवीन फरार चल रही है. अतीक अहमद की बीवी शाइस्ता पर अब तक छह केस दर्ज हो चुके हैं. प्रयागराज की पुलिस ने उस पर 50 हजार रुपए का इनाम रख दिया है. पुलिस और एसटीएफ अब तक उसे गिरफ्तार नहीं कर पाई है. वो तब भी पुलिस के सामने नहीं आई, जब उसके बेटे असद और फिर पति अतीक को प्रयागराज में दफनाया गया था.

महिला को माफिया बताना ठीक नहीं- अखिलेश यादव

निकाय चुनाव के लिए प्रचार करते समय अखिलेश यादव ने कानपुर देहात में कहा था कि महिला को माफिया बताना ठीक नहीं है. ये पुलिस नहीं, मुख्यमंत्री के कहने पर हो रहा है. ऐसा कहते हुए अखिलेश ने योगी का नाम नहीं लिया. जिस शाइस्ता को माफिया कहने पर अखिलेश नाराज हैं, वही मायावती की पार्टी बीएसपी में शामिल हो गई थी.


 ovoudg
yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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