फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ को बीजेपी अब चुनावी मुद्दा बनाने की तैयारी में है. एमपी के बाद अब यूपी में भी इस फिल्म को टैक्स फ्री करने का ऐलान हुआ है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज सुबह-सुबह लखनऊ में सीएम ऑफिस के अफसरों की बैठक बुलाई. इसी मीटिंग में ये फैसला किया गया. यूपी में दूसरे चरण की वोटिंग 11 मई को है. उससे दो दिन पहले सीएम योगी ने बैठक कर फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के बहाने राजनैतिक संदेश देने की कोशिश की है. सीएम योगी ने तो मंत्रिमंडल के साथ ये फिल्म देखने का भी मन बना लिया है.
पहले ये सुझाव आया कि किसी सिनेमा घर में जाकर इस फिल्म को देखा जाए. ठीक उसी तरह जैसे केंद्रीय सूचना प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकुर बीते सोमवार को दिल्ली के एक सिनेमाघर गए थे, लेकिन सुरक्षा कारणों से तय हुआ कि ‘द केरल स्टोरी’ के लिए स्पेशल स्क्रीनिंग कर लिया जाए. फिर तारीख को लेकर मंथन शुरू हो गया. आखिर किस दिन फिल्म की स्क्रीनिंग हो.
11 मई को निकाय चुनाव के लिए दूसरे फेज की वोटिंग है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि 12 मई की तारीख ठीक रहेगी. फिर फैसला हुआ कि कर्नाटक चुनाव के नतीजे से एक दिन पहले, मतलब 12 मई को सभी मंत्रियों के संग सीएम योगी ‘द केरल स्टोरी’ फिल्म देखेंगे. इस फैसले के साथ ही सवेरे वाली बैठक खत्म हो गई.
MP में पहले ही टैक्स फ्री हो चुकी है ये फिल्म
‘द केरल स्टोरी’ के बहाने ही देश में राजनीति के साथ-साथ अभिव्यक्ति की आजादी पर बहस भी तेज हो गई है. बीते सोमवार को बंगाल में ममता सरकार ने इस फिल्म पर बैन लगा दिया. वहीं एमपी में शिवराज सरकार ने इस फिल्म को टैक्स फ्री कर दिया है. जिन राज्यों में बीजेपी की डबल इंजन वाली सरकार हैं, वहां बारी-बारी से इस फिल्म को टैक्स फ्री किया जा रहा है. बीजेपी इसी बहाने हिंदुत्व और राष्ट्रवाद के मुद्दे को धार देने में जुटी है.
दूसरी तरफ ममता बनर्जी और असदुद्दीन ओवैसी जैसे नेता इसे मुसलमानों के खिलाफ बता रहे हैं. इस फिल्म को झूठ का पुलिंदा और मुस्लिम समाज के खिलाफ प्रोपेगंडा बता रहे हैं. मोदी सरकार में मंत्री गिरिराज सिंह ने इस फिल्म को बिहार में टैक्स फ्री करने की मांग की है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो कर्नाटक के चुनावों में भी लोगों से इस फिल्म को देखने की अपील कर दी. इस फिल्म की कहानी तो केरल की है, लेकिन अब विवाद देश भर में हो रहा है