जब से भारत ने जी20 की मीटिंग जम्मू-कश्मीर में करने की घोषणा की है तब से पाकिस्तान तिलमिलाया हुआ हैं। कश्मीर का अलगावादी खेमा भी पाकिस्तान से इसे रोकने की गुहार लगा रहा हैं। जी 20 की श्रीनगर में होने वाली बैठक को लेकर भारत ने अपनी पूरी कमर कस रखी हैं। ऐसे में जहां भारत कश्मीर के चप्पे-चप्पे को खंगाल कर आतंकियों को ढेर कर रहा हैं वैसे वैसे बौखलाए आतंकी हमारी सेना को निशाना बना रहे हैं। हाल ही में पुंछ और रजौरी में हुई आतंकी और सुरक्षा बलों की मुठभेड़ में हमने अपने 5 जवान खो दिए। अब आतंक को कश्मीर की जमीन से जड़ से खत्म करने के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी भी जुटी हुई है।
एनआईए की कश्मीर में छापेमारी
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर छापेमारी कर रही है।ये छापे उनके पाकिस्तानी कमांडरों और संचालकों के इशारे पर विभिन्न छद्म नामों के तहत संचालित आतंकवादी समूहों द्वारा रची गई आपराधिक साजिश से संबंधित हैं।ऑपरेशन श्रीनगर, अनंतनाग, कुपवाड़ा, पुंछ, राजौरी और किश्तवाड़ सहित जिलों में चलाया जा रहा है।
एनआईए की छापेमारी 5 मई को राजौरी जिले में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के पांच जवानों के शहीद होने के कुछ दिनों बाद आई है। इससे पहले 20 अप्रैल को पुंछ जिले में हुए आतंकी हमले में सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे। रक्षा अधिकारियों ने कहा कि आतंकवादियों ने सेना के वाहन पर तब गोलीबारी की जब वह भीमबेर गली से पुंछ जिले के सांगियोत जा रहा था।
पीओके में दिखे पाकिस्तान के जासूस
सूत्रों ने बताया कि बॉर्डर एक्शन टीम (बीएटी) - जिसमें पाकिस्तानी सेना के कमांडो और सुरक्षाकर्मियों के सिर काटने के लिए कुख्यात आतंकवादी शामिल हैं - को पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में देखा गया है।
सूत्रों ने कहा कि राजौरी और पुंछ सेक्टरों के आसपास पीओके में लंजोट, निकल, कोटली और खुइरत्ता से आतंकवादी गतिविधियों की सूचना मिली थी।