कैलकुलेटर में GT, MU और MRC जैसे बटन का क्या होता है काम? 90 फीसदी लोगों को नहीं जानकारी

कैलकुलेटर में GT, MU और MRC जैसे बटन का क्या होता है काम? 90 फीसदी लोगों को नहीं जानकारी

Buttons in Calculator: स्टूडेंट्स हों या दुकानों में बैठने वाले व्यापारी. सभी लोगों को छोटे-बड़े कैलकुलेशन करने के लिए लगातार कैलकुलेटर की जरूरत पड़ती है. वैसे कैलकुलेटर का इस्तेमाल सभी लोग किसी न किसी काम से किए ही होते हैं. आजकल स्मार्टफोन्स में भी आसानी से कैलकुलेटर का फीचर मिल जाता है. हालांकि, बेसिक फिजिकल कैलकुलेटर का ही इस्तेमाल सबसे ज्यादा किया जाता है. इसमें कई बटन होते हैं, जिनकी जानकारी सभी को नहीं होती है.

कैलकुलेटर का इस्तेमाल सभी तरह के लोग करते हैं. लेकिन, सभी की जरूरत ज्यादा नहीं होती है. ऐसे में कई बार कैलकुलेटर इस्तेमाल करने के बावजूद लोगों के इसके सभी बटन की जानकारी नहीं होती है. इसमें GT, M-, M+ और MRC जैसे बटन मिलते हैं. इनके बारे में अधिकतर लोगों को नहीं पता होता है. ऐसे में हम यहां आपको इनके बारे में बताने जा रहा हैं.

GT का क्या होता है मतलब?

GT का मतलब ग्रैंड टोटल (Grand Total) होता है. इसे दो मल्टीप्लिकेशन वाले अलग डिजिट्स का एक ही बार में टोटल निकालने के लिए किया जाता है. उदाहरण के तौर पर समझें तो आपको अगर 5×3 और 7×5 का एक साथ टोटल निकालना हो. तो केवल आपको कैलकुलेटर में पहले 5×3 करें फिर = का साइन करें फिर 7×5 कर फिर = प्रेस करें. फिर GT प्रेस कर दें. आपको आंसर 50 मिल जाएगा.

MU को समझें:

MU का मार्कअप (Markup) होता है. इसे कॉस्ट प्रॉफिट डिस्काउंट निकालने के लिए इस्तेमाल किया जाता है. उदाहरण के तौर पर बात करें तो आपने अगर कोई प्रोडक्ट 900 रुपये का खरीदा है और आप उस पर 100 रुपये प्रॉफिट कमाना चाहते हैं. लेकिन, ग्राहक को 20 प्रतिशत डिस्काउंट भी देना चाहते हैं. तो एक्चुअल अमाउंट निकालने के लिए MU का इस्तेमाल किया जाता है. ताकी ग्राहक को डिस्काउंट भी मिले और आपको प्रॉफिट भी.

ऐसे में अगर 900 रुपये का प्रोडक्ट है और आप इस पर 100 रुपये का प्रॉफिट चाहते हैं. तो प्रोडक्ट 1000 रुपये का हो गया. तब आपको 20 प्रतिशत डिस्काउंट बताने के लिए अमाउंट ऐड करना होगा. इसके लिए आपको कैलकुलेटर में पहले आपको 1000 टाइप करना होगा फिर MU बटन दबाना होगा. इसके बाद आपको 20 प्रेस करने के बाद % का बटन प्रेस करना होगा. इसके बाद रिजल्ट आपको 1250 दिख जाएगा. यानी ग्राहकों को आपको एक्चुअल प्राइस 1,250 रुपये बतानी होगी.

M-, M+ और MRC को समझें:

इन बटन्स का इस्तेमाल + और – वाले डिजिट्स के कैलकुलेशन में आउटपुट को निकालने के लिए किया जाता है. यहां M- मतलब मेमोरी माइनस, M+ यानी मेमोरी प्लस और MRC यानी मेमोरी रिकॉल होता है.

उदाहरण के तौर पर समझें कि अगर कोई समीकरण +5×3 है और इसका आउटपुट 9 होता है. तो इसे कैलकुलेटर में निकालने के लिए पहले आपको 5×3 प्रेस करना होगा. फिर सामने + साइन होने की वजह से आपको M+ वाला बटन प्रेस करना होगा. इसके बाद 2×3 प्रेस करना होगा. फिर सामने – साइन होने की वजह से M- बटन को प्रेस करेंगे. अब इस सभी कैलकुलेशन के रिजल्ट के लिए आपको MRC बटन प्रेस करना होगा. फिर आउटपुट 9 निकल आएगा.


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yhfee@chitthi.in, 10 June 2023

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