जेडीयू के नालंदा सांसद कौशलेंद्र कुमार ने पिछले दिनों बजरंग दल पर रोक लगाने की बात कही जिसके बाद इसपर खूब सियासी बयानबाजी हो रही है. कौशलेंद्र कुमार के बयान से एक कदम आगे बढ़कर JAP प्रमुख पप्पू यादव ने तो बजरंग दल के साथ विश्व हिन्दू परिषद पर भी बैन लगाने की मांग कर दी. बजरंग दल पर बैन की मांग के बाद बीजेपी ने इसपर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. बीजेपी नेता और केद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा बिहार में अगर बजरंग दल पर बैन लगेगा तो सभी मस्जिदों को भी बंद करवाना पड़ेगा.
उन्होंने कहा कि पटना के गांधी मैदान में ईद के दिन उन्माद फैलाने वाले नारे लगाए जाते हैं. गिरिराज सिंह ने सवाल किया कि बिहार में क्या मुस्लिम राष्ट्र बनाने की सोच रखने वाले PFI की सरकार है.
मुसलमानों के वोट के लिए ऐसा बयान
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि बजरंगबली और बजरंग दल पर रोक लगाने की बात कहकर समाज को बांटने का काम किया जा रहा है. मुसलमानों के वोट लेने के लिए इसतरह के बयान दिए जा रहे हैं. दरअसल इसके पीछे की मंशा है कि हिंदुओं के खिलाफ बोलेंगे तो मुसलमानों का वोट हासिल होगा.लेकिन जबकत सनातन धर्म का एक- एक बच्चा जीवित है बजरंगबली और बजरंग दल पर रोक नहीं लगाने दिया जाएगा.
वहीं बिहार बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा कि बजरंग दल एक सामाजिक संगठन है. इसपर बैन लगाने की बकवास बात जेडीयू के नेता ही कर सकते हैं.
सरकार में अगर दम है तो रोक के दिखाए
वहीं बाबा बागेश्वर के कार्यक्रम को लेकर हो रही बयानबाजी पर गिरिराज सिंह ने कहा कि विनाश काले विपरीत बुद्धि. उन्होंने चुनौती देते हुए कहा कि बिहार सरकार में अगर दम है तो घीरेंद्र शास्त्री के कार्यक्रम को रोक कर दिखाए. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पटना के गांधी मैदान में सभी धर्मों के प्रचार करने वालों को जगह दी फिर बाबा बागेश्वर को वहां कार्यक्रम करने की अनुमति क्यों नहीं दी गई.
दरअसल नालंदा के जेडीयू सांसद कोशलेंद्र कुमार ने बजरंग दल पर प्रतिबंध लगाने की बात कही थी. उन्होंने कहा था कि बजरंग दल के लोग भगवान राम के नाम पर लोगों की भीड़ जुटाते हैं. इसके बाद गलतफहमी में कोई घटना घट सकती है इसलिए ऐसे संगठन पर रोक लगानी चाहिए