जयपुर: राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने नई दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों और पुलिस के बीच हुई कथित हाथापाई की घटना की निंदा करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि दिल्ली पुलिस आंदोलनरत महिला पहलवानों पर अत्याचार कर रही है और केंद्रीय गृह मंत्री को इसका संज्ञान लेना चाहिए। गहलोत ने ट्वीट किया, जब राहुल गांधी ने भारत जोड़ो यात्रा में मिली महिलाओं के उत्पीड़न की बात बताई तो दिल्ली पुलिस उनसे महिलाओं की जानकारी मांगने पहुंच गई थी। अब जंतर मंतर पर कई दिनों से देश को गौरवान्वित करने वाली चैंपियन बेटियां अपने उत्पीड़न की शिकायत कर न्याय मांग रही हैं तो दिल्ली पुलिस उनकी शिकायत पर कार्रवाई करने की बजाय अत्याचार कर रही है।
गहलोत ने कहा, “मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। केन्द्रीय गृह मंत्री को इस पर संज्ञान लेना चाहिए।” ओलंपिक पदक विजेता और चूरू जिले के सादुलपुर से विधायक कृष्णा पूनिया ने बृहस्पतिवार को खिलाड़ियों की न्याय की लड़ाई में उनका समर्थन किया। राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद की अध्यक्ष पूनिया ने आज खिलाड़ियों के साथ राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार से गांधी सर्किल तक पैदल मार्च कर तथा गांधी सर्किल पर धरना देकर अपना विरोध दर्ज कराया।
पूनिया ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा ‘‘न्याय की इस लड़ाई में मैं अपनी खिलाड़ी बहनों के साथ खड़ी हूं।’’ यौन उत्पीड़न के आरोपों के संबंध में भारतीय कुश्ती महासंघ के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन कर रहे पहलवानों और कुछ पुलिसकर्मियों के बीच कथित तौर पर ‘हाथापाई’हुई, जिसके कारण कुछ प्रदर्शनकारियों के सिर पर चोटें आई हैं।